- बीएसएफ जवान का शव लेकर पहुंचे अधिकारी
JHANGHA: जम्मू कश्मीर में तैनात जिले के एक लाल की बीमारी से मौत हो गई्र। फरवरी 2013 में बीएसएफ में वाटर कैरियर कास्टेबल के पद पर 88 बटालियन उसकी भर्ती हुई थी। भर्ती के कुछ दिन बाद उसे जम्म कश्मीर में तैनाती मिल गई। 26 जून को उसके पेट में तेज दर्द शुरू हुआ था। उसको इलाज के लिए जम्मू स्थित सेना के अस्पताल में एडमिट कराया गया। इलाज के दौरान 28 जून की शाम उसकी मौत हो गई।
अभी नहीं हुई थी शादी
झंगहा थाना क्षेत्र के ग्राम जंगल गौरी नम्बर एक निवासी लालधर प्रसाद के पुत्र और बीएसएफ के जवान जगरनाथ का शव गुरुवार की सुबह उनके गांव पहुंचा। शव के साथ आए बीएसएफ के एसआई सीएस यादव ने बताया कि 26 जून की दोपहर में जगरनाथ के पेट में अचानक दर्द होने लगा। उसे इलाज के लिए तुरंत सेना के हास्पीटल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान 28 जून की शाम को उसकी मौत हो गई। जगरनाथ की अभी शादी नहीं हुई थी।
अमृतसर हुआ था ट्रांसफर
एसआई सीएस यादव ने बताया कि जगरनाथ का ट्रांसफर अमृतसर भी हो गया था। उसको 28 जून को ज्वाइन करना था। उन्होंने बताया कि हम लोग शव को हवाई जहाज से जम्मू से लखनऊ तक ले आए। उसके बाद बरेली की बीएसएफ की 122 बटालियन के एसआई प्रेमराम और दो हवलदार नौ सिपाही के साथ बीएसएफ की ट्रक से जगरनाथ का शव लेकर गुरुवार की सुबह पहुंचे।
पिता के पहुंचने पर होगा दाह संस्कार
जगरनाथ का शव घर आते ही परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल था। गांव के लोगों की भी आंखे नम थी। जिस दिन जगरनाथ को हास्पीटल में भर्ती कराया गया। उसी दिन घर पर भी सूचना मिल गई थी। सूचना पर जगरनाथ के पिता लालधर पहुंच गये अस्पताल पहुंच गए थे। पिता लालधर व एक बडा भाई अमरनाथ उर्फ भोला झंगहा चौराहे पर सिलाई का काम करते है। जम्मू से पिता अभी पहुंच नहीं पाए हैं। उनके आते दाह संस्कार किया जाएगा।