- यूनिवर्सिटी की एसोसिएट प्रोफेसर को तीन घंटे बंधक बनाने का मामला

- निर्देश के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू फाइन आर्ट एंड म्यूजिक डिपार्टमेंट हेड डॉ। उषा सिंह को बंधक बनाने के मामले में अब तक कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि गवर्नर ने सात महीने पहले ही यूनिवर्सिटी प्रशासन को मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इस पूरे प्रकरण पर वीसी की चुप्पी गवर्नर के आदेश की खुलेआम अवहेलना करती आ रही है।

क्या है मामला

डॉ। उषा सिंह का आरोप है कि एक मई 2015 को वे संगीत भवन में शोध परियोजना पर काम कर रही थीं। इसी बीच डिपार्टमेंट के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ। भारत भूषण के निर्देश पर चपरासी ने उन्हें कमरे में बंद कर दिया। उन्हें तीन घंटे तक बंद रखा गया। उन्होंने इसकी शिकायत वीसी प्रो। अशोक कुमार से की। साथ ही मामला गवर्नर रामनाइक तक पहुंचा कर उनसे भी न्याय की गुहार लगाई।

निर्देश रहा बेअसर

इसे गंभीरता से लेते हुए गवर्नर ने डीडीयूजीयू प्रशासन को कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए। इसके तहत राज्यपाल सचिवालय ऑफिस के सचिव चंद्र प्रकाश की तरफ से वीसी को लेटर भी आया। लेकिन हैरानी इस बात की है घटना के सात महीने बाद भी वीसी ने अब तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। उधर डॉ। भारत भूषण तर्क देते रहे हैं कि चपरासी ने खुद ही दरवाजा बंद कर दिया था। उन्हें जैसे ही जानकारी हुई तुरंत खुलवा दिया गया।

वर्जन

गवर्नर के यहां से लेटर आया था जिसे रजिस्ट्रार को फॉरवर्ड कर दिया गया था। आगे क्या हुआ, इस संदर्भ में पूछताछ की जाएगी।

प्रो। अशोक कुमार,

वीसी