- हॉस्टल गेट्स पर तैनात नहीं हैं हथियारबंद गा‌र्ड्स

- बाहर से आने वालों से पूछताछ करने की नहीं उठाई जाती जहमत

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू के लगभग एक हजार हॉस्टलर्स की सुरक्षा व्यवस्था राम भरोसे ही रह गई है। यही रीजन है कि शुक्रवार रात कुछ लोगों ने विवेकानंद हॉस्टल में घुस ना सिर्फ फायरिंग की बल्कि कुछ स्टूडेंट्स को पीटा भी। ये तो सिर्फ एक वाकया है। इससे पहले ना जाने कितनी बार ही बाहरी तत्वों ने यूनिवर्सिटी हॉस्टल्स में उपद्रव मचाया है। इस दबंगई की मुख्य वजह है हॉस्टल मेन गेट्स पर हथियारबंद सुरक्षा गा‌र्ड्स की कमी। डीडीयूजीयू प्रशासन ने काफी पहले सभी गेट्स पर बंदूकधारी होमगा‌र्ड्स की तैनाती का आश्वासन दिया था लेकिन अब तक कुछ नहीं किया गया है। वहीं आए दिन हो रहे बवालों से हॉस्टलर्स में आक्रोश व्याप्त है।

नहीं है एक भी बंदूकधारी

वर्तमान में यहां 35 से ज्यादा बंदूकधारी और 150 से ऊपर डंडाधारी गा‌र्ड्स हैं। लेकिन चारों हॉस्टल्स के मेन गेट पर एक भी बंदूकधारी होमगार्ड की तैनाती नहीं की गई है और ना ही किसी बाहरी व्यक्ति के आने जाने पर कोई जांच होती है। स्टूडेंट्स का कहना है कि इसी लापरवाही के कारण हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स की सुरक्षा दांव पर लग गई है। हॉस्टलर्स इस संबंध में एक बार फिर वीसी से मिलने का मन बना रहे हैं।

कोट्स

हॉस्टल में कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। आए दिन कोई न कोई बाहरी तत्व प्रवेश कर जाते हैं। इसे रोकने की जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी प्रशासन की है।

पंकज कुमार, हॉस्टलर

हॉस्टल में आने वाले अराजक तत्वों को रोकने के लिए कम से कम बंदूकधारी होमगार्ड होने चाहिए। गेट पर प्रॉपर चेकिंग भी होनी चाहिए।

विवेक त्रिपाठी, हास्टलर

वर्जन

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जो भी दिक्कतें आ रही हैं उन्हें दूर किया जाएगा। कोशिश होगी कि हर गेट पर बंदूकधारी होम गार्ड तैनात हों।

प्रभाष द्विवेदी,

रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू