- हॉस्टल खाली कराने के विरुद्ध में यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी

- वीसी बोले-किसी भी स्थिति में खाली कराया जाएगा हॉस्टल

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू प्रशासन द्वारा हॉस्टल खाली कराने के विरुद्ध छात्र नेताओं ने मंगलवार को न सिर्फ नारेबाजी की, बल्कि जमकर बवाल काटा। इन छात्र नेताओं का आरोप था कि परीक्षाएं अभी चल ही रही हैं। इसके बावजूद यूनिवर्सिटी प्रशासन हॉस्टल खाली कराने पर आमादा है। वहीं यूनिवर्सिटी का कहना है कि नया सेशन 2016-17 एक जुलाई से स्टार्ट हो जाएगा। ऐसे में यूजी और फाइनल ईयर स्टूडेंट्स हॉस्टल खाली कर दें। इसके लिए एक हफ्ते पहले ही हॉस्टलर्स को सूचित किया जा चुका था।

एडी बिल्िडग में की तालाबंदी

मंगलवार सुबह छात्र नेता दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में दर्जन भर से ज्यादा हॉस्टलर्स हॉस्टल खाली कराने के विरुद्ध में यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी नारेबाजी हॉस्टल गेट से शुरू करते हुए एडी बिल्डिंग तक पहुंचे। करीब दो बजे तक एडी बिल्िडग के उत्तरी गेट में तालाबंदी की। इसी बीच छात्रनेता अमर पासवान और सत्यपाल सिंह भी पहुंच गए। घंटों नारेबाजी और प्रॉक्टर से नोंकझोंक होती रही। चीफ प्रॉक्टर से बात नहीं बनी तो वीसी से मुलाकात की मांग करने लगे।

राहगीरों से की बदतमीजी

दोपहर 2 बजे के बाद 15 छात्रों की टीम वीसी से मुलाकात करने उनके ऑफिस पहुंची। वीसी ने इनसे मिलने से इनकार कर दिया और वहां मौजूद यूनिवर्सिटी चौकी इंचार्ज से इनके विरुद्ध एफआईआर लॉज करने का निर्देश दिया। इस पर छात्रनेता नारेबाजी करते हुए वापस हॉस्टल गेट पर चले गए। इन लोगों ने शाम 3.30 बजे हॉस्टल गेट के बाहर यूनिवर्सिटी चौराहा से मोहद्दीपुर चौराहे की तरफ जाने वाला मार्ग बंद कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों के साथ बदतमीजी भी की गई। लोगों ने बताया कि अनुबंधित बसों को रोक दिया गया, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई।

नहीं आए वार्डन

इस मामले में चीफ प्रॉक्टर डॉ। सतीश चंद्र पांडेय ने बताया कि वह अकेले मोर्चा संभालते रहे। लेकिन डॉ। जितेंद्र तिवारी को छोड़कर बाकी कोई भी वार्डन मौके पर नहीं आया। यूनिवर्सिटी से जुड़े टीचर्स की मानें तो संतकबीर, विवेकानंद और एनसी हॉस्टल में रहने वाले अवैध छात्रों को वार्डन शह दे रहे हैं। वार्डन अगर इनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए पत्र लिखते हैं तो यूनिवर्सिटी प्रशासन इनके विरुद्ध कार्रवाइर्1 करता।

कैसे हॉस्टल का होगा आवंटन

चीफ प्राक्टर डॉ। सतीश चंद्र पांडेय ने बताया कि जब ब्वॉयज के चारों हॉस्टल के वार्डेन हॉस्टल खाली कराने में पूरी तरह से मदद नहीं करेंगे। तब तक अवैध कब्जेदारों से निजात नहीं मिल सकेगी। सभी वार्डेन को नोटिस ऑल रेडी जारी की जा चुकी है, लेकिन वॉर्डेन इंट्रेस्ट नहीं दिखा रहे हैं।

'ये तो हॉस्टलर ही नहीं हैं'

इस मामले में यूनिवर्सिटी का कहना है 5 जून को यूनिवर्सिटी की सभी परीक्षाएं समाप्त हो चुकी हैं। न्यू सेशन में आने वाले स्टूडेंट्स के एलॉटमेंट के लिए हॉस्टल खाली कराए जा रहे हैं। यूनिवर्सिटी के मुताबिक जो छात्र खुद को छात्रनेता बता रहे हैं वह न तो यूनिवर्सिटी के छात्र हैं और न ही हॉस्टलर। अवैध तरीके से हॉस्टल में कब्जा जमाने वाले कब्जेदार हैं। यूनिवर्सिटी के मुताबिक यह नेता बाकी के हॉस्टलर्स को बरगलाकर यूनिवर्सिटी के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए बाध्य कर रहे हैं। वहीं वीसी ने भी ठान लिया है जो भी बाहरी तत्व हॉस्टलर्स को बरगलाकर यूनिवर्सिटी का माहौल खराब करेगा। उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश जारी किया है।

यूनिवर्सिटी के छात्र अपनी समस्या लेकर आएं तो उनकी समस्या जरूर सुनी जाएगी। लेकिन जो यूनिवर्सिटी के छात्र ही नहीं हैं, उसकी क्या समस्या सुनी जाएगी। रहा सवाल हास्टल खाली कराए जाने को तो वह नियमानुसार खाली कराया जाएगा।

-प्रो। अशोक कुमार, वीसी, डीडीयूजीयू