- परीक्षा सामान्य विभाग में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने की छेड़छाड़

- मौके पर पहुंचे अन्य कर्मचारियों ने परीक्षा नियंत्रक से की शिकायत

- आरोपी कर्मचारी को किया गया सेवाओं से रिलीव

GORAKHPUR: जिले की शिक्षा का केंद्र माने जाने वाली गोरखपुर यूनिवर्सिटी शुक्रवार को कलंकित हो गई। यहां परीक्षा सामान्य विभाग में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने एक छात्रा के साथ बंद कमरे में छेड़खानी की। छात्रा के चिल्लाने पर वह फरार हो गया। मौके पर पहुंचे अन्य कर्मचारियों को पीडि़ता ने आपबीती सुनाई। परीक्षा नियंत्रक से इसकी शिकायत की गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने आरोपी कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से विभाग से रिलीव कर दिया। परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि आरोपी के खिलाफ निलंबन के लिए वीसी और रजिस्ट्रार को लेटर लिख दिया गया है।

नंबर बढ़वाने का दिया झांसा

पीडि़ता छात्रा ने बताया कि आरोपी कर्मचारी ने एग्जाम में उसके नंबर बढ़वाने का वादा किया था। इसके लिए बकायदा उसने पैसे भी लिए थे। उसने बताया कि कर्मचारी ने शुक्रवार सुबह 11 बजे उसे परीक्षा सामान्य विभाग में बुलाया था। तय समय पर वह पहुंची। पहले दोनों के बीच काफी देर तक नंबर बढ़ाए जाने और रुपए की लेन-देन के बारे में बात हुई।

सुनसान कमरे में ले गया

बातचीत के बाद नंबर बढ़वाने के नाम पर कर्मचारी उसे परीक्षा सामान्य विभाग के एक सुनसान कमरे में ले गया। पहले तो बीस मिनट तक इंतजार करवाया। इसके बाद अचानक उसने कमरे का दरवाजा चिपका दिया। छात्रा ने बताया कि जब उसने दरवाजा बंद करने पर आपत्ति जताई तो कर्मचारी उसके साथ अश्लील हरकत करने लगा। वहीं छात्रा की चीख सुन मौके पर पहुंचे अन्य कर्मचारियों ने बताया कि जब वे पहुंचे तो छात्रा बिल्कुल बदहवास हालत में मिली। किसी तरह समझा-बुझा कर उसे शांत कराया गया। तब तक आरोपी कर्मचारी फरार हो चुका था। तुरंत ही इसकी शिकायत परीक्षा नियंत्रक डॉ। अमरेंद्र कुमार सिंह से की गई।

परीक्षा नियंत्रक ने दिखाई सख्ती

सूचना मिलते ही परीक्षा नियंत्रक भी मौके पर पहुंच गए। परीक्षा सामान्य अधीक्षक और कर्मचारियों की शिकायत पर उन्होंने आरोपी कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से विभाग से रिलीव कर दिया। साथ ही वीसी प्रो। अशोक कुमार और रजिस्ट्रार अशोक कुमार अरविंद को पत्र भी लिखा।

चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के छात्रा के साथ छेड़छाड़ करने की सूचना मिली थी। कर्मचारियों की शिकायत पर उसे रिलीव कर दिया गया है। जांच शुरु कर उसके निलंबन के लिए वीसी और रजिस्ट्रार को लेटर भी लिख दिया है।

- अमरेंद्र कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक, डीडीयूजीयू