- बहुप्रतीक्षित वाई-फाई सेवा का मंडे को वीसी ने किया उद्घाटन
- पहले फेज में अलकनंदा और गौतमबुद्धा के हास्टलर्स को मिलेगा लाभ
GORAKHPUR: आखिरकार डीडीयूजीयू हास्टलर्स के इंतजार की घडि़यां समाप्त हो गई। मंडे को वीसी ने कंप्यूटर विभाग में बनाए गए वाई-फाई के कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया। इस सुविधा का लाभ अभी फिलहाल दो हॉस्टल अलकनंदा और गौतमबुद्धा के स्टूडेंट्स को मिलना शुरू हुआ है।
ख्.भ् करोड़ की लागत से लगना है वाई-फाई
सीएम अखिलेश यादव ने डीडीयूजीयू के हॉस्टल्स को ख्.भ् करोड़ की लागत से वाई-फाई से लैस करने का वादा किया था। शासन की तरफ से आए अब तक 8भ् लाख रुपए की लागत से अलकनंदा और गौतमबुद्धा हॉस्टल में वाई-फाई की सुविधा शुरू कर दी गई है। अगले फेज में बाकी के हास्टलर्स को इसका लाभ मिलना शुरू होगा।
फ्8 स्टूडेंट्स को मिला लाभ
बता दें, अलकनंदा के क्क्8 और गौतमबुद्धा के क्ख्फ् स्टूडेंट्स वाई-फाई सेवा के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। अलकनंदा के फ्7 स्टूडेंट्स के लॉगिन और पासवर्ड जनरेट कर दिए गए हैं। वहीं गौतमबुद्धा से महज एक स्टूडेंट विकास सिंह का लॉगिन और पासवर्ड दिया गया है।
ख्00 मीटर के रेंज में करेगा वर्क
कंप्यूटर डिपार्टमेंट के को-आर्डिनेटर एसएन पाण्डेय ने बताया कि अभी दो हास्टल के स्टूडेंट्स को इस सुविधा का लाभ मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम से करीब ख्00 मीटर के दायरे में वाई-फाई कैंपस में वर्क करेगा। इसके अतिरिक्त अलकनंदा और गौतमबुद्ध हास्टल में इंटरनेट की पूरी सुविधा होगी। करीब क्म्,000 यूजर्स इस कंट्रोल रूम से ऑपरेट किए जा सकते हैं।
बनाए गए हैं हॉट स्पॉट
उन्होंने बताया कि नेटवर्क में किसी प्रकार की कोई समस्या न हो, इसके लिए हॉट स्पाट बनाए गए हैं। हॉट स्पाट क्रीड़ा परिषद, लॉ फैकेल्टी, मजीठिया भवन के पास बनाए गए हैं। इस रेंज में आसानी से इंटरनेट वर्क करेगा। उन्होंने बताया कि बाकी के स्टूडेंट्स को भी इस सुविधा का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
ऐसे होंगे रजिस्टर्ड
- डीडीयूजीयू हास्टलर्स का नाम व पता दर्ज होगा।
- हॉस्टल वार्डेन से फारवर्ड करना होगा।
- फारवर्ड के बाद हास्टल फीस की रसीद और एड्रेस प्रूफ जमा करना होगा।
- कंप्यूटर डिपार्टमेंट की तरफ से स्टूडेंट्स को आईडी और पासवर्ड दी जाएगी।
वाई-फाई की सुविधा शुरू कर दी गई है। इसका लाभ हास्टलर्स को मिलने शुरू हो गए हैं। सेकेंड फेज में बाकी के स्टूडेंट्स को भी इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
प्रो। अशोक कुमार, वीसी, डीडीयूजीयू