-डीडीयूजीयू के एनएसएस डिपार्टमेंट में कौमी एकता सप्ताह की हुई शुरुआत
- एसवीएमपीजी कॉलेज में कार्यवाहक प्रिंसिपल ने किया उद्घाटन
GORAKHPUR: न हम हिंदू हैं, न मुसलमान, न सिख न इसाई। हम सब पहले इंसान हैं, हमारा इंसानियत ही धर्म है। यह बातें डीडीयूजीयू के वीसी प्रो। अशोक कुमार ने राष्ट्रीय सेवा योजना डीडीयू द्वारा ऑर्गेनाइज 'कौमी एकता सप्ताह' के उद्घाटन पर कहीं। वहीं सरस्वती विद्या मंदिर महिला पीजी कॉलेज में भी कौमी एकता सप्ताह की शुरुआत की गई, जिसमें सभी एनएसएस वॉलेंटियर्स ने भाग लिया।
आप सब पर हैं ढेर सारी जिम्मेदारियां
वीसी ने कहा कि युवा पर देश का भविष्य निर्भर रहता है। इसलिए आप सब पर ढेर सारी जिम्मेदारियां हैं। वहीं वीसी का स्वागत करते हुए कार्यक्रम समन्वयक डॉ। अजय कुमार शुक्ला ने इस दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ख्0 नवंबर को भाषण प्रतियोगिता (कश्मीर हो या गुवाहाटी अपना देश अपना माटी), ख्क् को गायन-कविता प्रतियोगिता (सांप्रदायिक सौहार्द, राष्ट्रीय एकता), ख्ख् को वाद-विवाद प्रतियोगिता (क्या सोशल साइट्स जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप आदि) ख्फ् को पोस्टर-स्लोगन प्रतियोगिता (सांप्रदायिक सदभाव, अनेकता में एकता राष्ट्रीय) ख्ब् को रंगोली प्रतियोगिता (अलग भाषा अलग भेष, फिर भी अपना एक देश) व ख्भ् नवंबर को समापन किया जाएगा।
तभी देश का विकास होगा
वहीं सरस्वती विद्या मंदिर महिला महाविद्यालय में कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ। पूनम सिंह ने कौमी एकता सप्ताह का उद्घाटन किया। विशिष्ट अतिथि डॉ। अनुपमा कौशिक ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिए व्यक्तिगत एवं जातिगत भेदभाव को मिटाने की आवश्यकता है। तभी देश का विकास हो सकेगा। कार्यक्रम अधिकारी डॉ। कनक मिश्रा ने वालेंटियर्स को अपने विचारों से प्रोत्साहित किया। इस मौके पर डॉ। गीता पाण्डेय, प्रीति सिंह व एनएसएस वालेंटियर्स आकृति, आकांक्षा, शाम्भवी, मधु, नेहा, पायल, अनु व सुप्रिया आदि उपस्थित रहीं।