- शाहपुर एरिया का बहुचर्चित झरना टोला हत्याकांड
- सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भी भेजा पत्र
GORAKHPUR : शाहपुर एरिया के झरना टोला, ठाडो लाइन के बहुचर्चित हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग सैनिक ने की है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सहित कई जगहों पर पत्र भेजकर सैनिक मांग उठाई। सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो 203वीं बटालियन में तैनात सैनिक की पत्नी और चार बच्चों की सामूहिक हत्या बदमाशों ने कर दी थी। अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज करके जांच मे जुटी पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी है।
पत्नी और बच्चों की एक साथ हुई हत्या
झंगहा एरिया के राजी जगदीशपुर निवासी जवाहर लाल झारखंड के नक्सली बेल्ट में तैनात है। वर्ष 2014 में बच्चों की पढ़ाई लिखाई के लिए उसने झरना टोला में मकान बनवाया। मकान पर उसकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा रहते थे। 30 अगस्त को सैनिक ने पत्नी को फोन किया। कई प्रयास करने पर बात नहीं हो सकी। एक बार फोन उठा लेकिन आवाज साफ न आने से फोन कट गया। उसने अपने रिश्तेदारों को सूचना देकर मकान पर भेजा। 31 अगस्त की सुबह साले रामू पहुंचे तो कमरे से बदबू उठ रही थी। सूचना पर पुलिस पहुंची तो कमरे में सैनिक की पत्नी रजिया, बड़ी बेटी कुमारी पूनम, बेटे अनूप और छोटी बेटी रूबी की डेड बॉडी पड़ी थी।
ज्यादती की पुष्टि हुई, जांच में खाली हाथ
पोस्टमार्टम में मर्डर के साथ ही बड़ी बेटी के साथ ज्यादती की पुष्टि हुई। मुकदमा दर्ज करके पुलिस जांच में जुट गई। क्राइम ब्रांच सहित शाहपुर, कैंट और खोराबार पुलिस भी बदमाशों का सुराग लगाने में लगी रही। इलेक्ट्रानिक सर्विलांस की मदद से भी कोई सुराग नहीं लगा। घटना के दो माह बाद भी अभियुक्तों गिरफ्तारी नहीं हो सकी। सैनिक का मानना है कि पुलिस की लापरवाही से हत्यारे पकड़े नहीं गए। सोमवार को डीआईजी रेंज से मिलकर जवाहर लाल ने कार्रवाई की मांग की। कहा कि उसकी पत्नी के दो मोबाइल की काल डिटेल निकालने पर सबूत मिल सकते हैं। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष, प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव, डीजीपी, आईजी जोन गोरखपुर और एसएसपी गोरखपुर को पत्र भेजा है।