- नामी बदमाश के नाम पर आई चिट्ठी
- गतिविधि पर नजर रखने से दहशत में फैमिली
GORAKHPUR: आजमगढ़ में तैनात कोषागार विभाग के अपर निदेशक से बदमाशों ने पांच करोड़ की रंगदारी मांगी है। पुलिस कस्टडी से फरार एक कुख्यात बदमाश के नाम से अपर निदेशक को रंगदारी की चिट्ठी भेजी गई थी। रंगदारी मांगने वाले अपर निदेशक के परिवार की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। अपर निदेशक को उनके परिवार के हर मूवमेंट की जानकारी देकर धमकी दी जा रही है।
गांव में चलाई गोली
देवरिया जिले के रामपुर-कारखाना एरिया के महुआडीह निवासी अपर निदेशक आजमगढ़ में तैनात हैं। कैंट एरिया के सूबा बाजार, प्रेम नगर कॉलोनी में उन्होंने मकान बनवाया है। वहां उनकी पत्नी, तीन बेटियां और एक बेटा रहते हैं। तीन अप्रैल को वह अपने गांव गए थे। उसी दिन बाइक सवार दो युवकों ने दरवाजे पर फायरिंग करके रंगदारी के लिए धमकी दी। अपर निदेशक ने अपने घरेलू नौकर के नाम से रामपुर कारखाना में केस दर्ज कराया। गांव में गोली चलाने के बाद बदमाशों ने अपर निदेशक के गोरखपुर स्थित आवास पर चिट्ठी फेंककर रंगदारी के लिए धमकी दी।
परिवार की गतिविधियों पर नजर
अप्रैल मंथ के दूसरे हफ्ते में अपर निदेशक के घर रंगदारी की चिट्ठी फेंकी गई। पांच करोड़ का मामला सामने आने पर पूरा परिवार सहम गया। रंगदारी मांगने की सूचना अपर निदेशक ने पुलिस अधिकारियों को दी। अधिकारियों के कहने पर उनके घर दो सिपाहियों की ड्यूटी लगा दी गई। दो दिनों तक दो सिपाही सुरक्षा में लगे रहे। सिपाहियों के हटते ही बदमाशों ने अपर निदेशक को फोन करना शुरू कर दिया। फोन करने वाले बदमाश परिवार के सदस्यों की निगरानी कर रहे हैं। उनकी हर गतिविधियों पर नजर रखते हुए अपर निदेशक को जानकारी दे रहे हैं। डर के साए में जी रहे परिवार के लोगों ने बाहर निकलना बंद कर दिया है।
नेपाल के नंबर्स से आ रही कॉल
अपर निदेशक को तीन अलग-अलग मोबाइल नंबर्स से धमकाया जा रहा है। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि इनमें दो नंबर्स नेपाल के हैं जबकि तीसरा यूपी ईस्ट जोन की मोबाइल सर्विस का है। रंगदारी के लिए लगातार कॉल आने से डरे सहमे अपर निदेशक भी परिचितों के अलावा किसी से बात करने से बच रहे हैं। उनके परिवार के सदस्य भी कोई अंजान कॉल नहीं रिसीव कर रहे हैं।
वर्जन
ऐसा कोई प्रकरण मेरी जानकारी में नहीं नहीं है। इस संबंध में पुलिस सक्रियता से कार्रवाई करेगी। काल करने वाले बदमाशों पर शिकंजा कसा जाएगा।
-हेमराज मीणा, एसपी सिटी