- लूट, डकैती, हत्या, रेप, दुष्कर्म के मामले में अव्वल रहा सिटी
GORAKHPUR: महानगर में अपराध चरम पर है। साल 2015 में लूट, हत्या, डकैती जैसे संगीन अपराधिक घटनाओं की बाढ़ से शहर मंडल भर में सबसे टॉप पर है। कई घटनाओं के खुलासे हुए हैं, लेकिन कई बड़े केसेज में पुलिस अब भी खाक छान रही है। अगर ओवर ऑल रिकॉर्ड पर नजर डालें तो इनसे पुलिस की पीठ नहीं थपथपाई जा सकती। पिछले साल मंडल के चार जिलों को मिलाकर 8212 अपराधिक घटनाएं हुई, जबकि इस वर्ष 8574 है। यह आंकड़े मंडल के जिलों के हैं। आंकड़ों के हिसाब से लूट, डकैती, हत्या, बलात्कार की घटनाएं है, जबकि छेड़खानी, चेन स्नेचिंग के मामले कम हैं।
अपराधियों के आगे पुलिस बौनी
इस साल गोरखपुर अपराध के मामले में पूरे मंडल में पिछले साल की तरह ही टॉप पर रहा है। लूट, डकैती, हत्या बलात्कार, छेड़खानी के आगे गोरखपुर पुलिस कहीं नहीं ठहर रही है। आंकड़े बयां कर रहे हैं कि पुलिस अपराधियों के आगे बौनी साबित हो रही है। मंडल के देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज में इस वर्ष अपराधियों के हौसले बुलंद रहे हैं। इन जिलों में डकैती, हत्या, रेप, छेड़खानी चरम पर रही है।
136 हत्याओं से सहमा शहर
इस साल गोरखपुर में नवंबर तक करीब 136 हत्याएं हुई। जो पिछले साल से एक कम हैं। इसमें अगर एक मंथ का आंकड़ा और एड कर लिया जाए, तो यह आंकड़ा पिछली बार से आगे निकल जाएगा। वहीं पिछले साल 137 हत्याएं हुई थीं। यह पुलिस के आंकड़ों में दर्ज हैं।
लूट में भी नहीं है कम
लूट में भी गोरखपुर पिछले साल की तुलना में पूरे मंडल में इस बार आगे निकल गया। नवंबर तक गोरखपुर में 135 लूट की घटनाएं हो चुकी हैं, जबकि पिछले साल 129 लूट हुई थी। लूट के मामले में यदि मंडल के अन्य जिलों को देखा जाए तो महराजगंज, से नौ, कुशीनगर में आठ, देवरिया मे पांच लूट की घटनाओं को बदमाशों ने अंजाम दिया है। वहीं आंकड़ों के हिसाब से गोरखपुर में 20 गुने से अधिक लूट हुई हैं। डकैती में भी गोरखपुर का रिकार्ड महराजगंज के बराबर है। दोनों जिलों में चार-चार डकैतियों हुई हैं। जबकि देवरिया में दो व कुशीनगर में एक भी डकैती नहीं पड़ी है।
रेप में थोड़ा हालत सुधरी
रेप के मामले में गोरखपुर पुलिस का रिकॉर्ड सुधरा है। पिछली बार के मुकाबले इस साल रेप की घटनाओं में कमी आई है। पिछले साल रेप के 94 मामले दर्ज हुए थे, जबकि इस बार नवंबर तक 83 मामले दर्ज हुए हैं। वहीं छेड़खानी में भी पिछले साल की तुलना में 25 मामले कम दर्ज हुए हैं। वहीं चेन स्नेचिंग के मामले में कुछ जरूर राहत मिली है। पिछले साल यह आंकड़ा 22 था। जो इस वर्ष 8 हो गया है।
फिरौती के लिए अपहरण
फिरौती के लिए किए गए अपहरण में देवरिया और गोरखपुर बिल्कुल बराबरी पर चल रहे हैं। ओवरऑल गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर में हुए अपराधों पर नजर दौड़ाया जाए, तो गेरखपुर पुलिस को कुछ राहत है। चूंकि गोरखपुर में इस साल कुल 4097 आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। जो पिछले साल की तुलना में 52 कम हैं। वहीं देवरिया में नवंबर 2015 तक 1662, कुशीनगर में 1924, महराजगंज में इस साल नवंबर तक 891 मामले दर्ज हुए हैं।
चार जिलों में अपराध का ग्राफ
घटना वर्ष 2014 वर्ष 2015
डकैती 3 10
लूट 155 157
हत्या 224 243
अपहरण 2 2
बलात्कार 160 177
छेड़खानी 261 214
चेन स्नेचिंग 22 8