गोरखपुर (ब्यूरो). वहीं, पशु तस्करों का बीच शहर में आकर तांडव करना पुलिस की सक्रियता पर सवाल उठा रहा है।
केस-1
बदमाशों की दादागिरी से सहमे लोग
हाल्सीगंज में इलाहाबाद बैंक के सामने 15 जून की देर रात 12.53 बजे एक पिकअप आकर रुकती है। उसमे से पहले दो युवक निकलते हैं, उसमें से एक युवक वहां बैठी गाय की गर्दन में फंदा डालता है और दूसरा उसे गाड़ी में खींचने की कोशिश करता है। गाय इसका विरोध करती है, तब अचानक गाड़ी से 10 और युवक बाहर निकलते हैं। सभी मिलकर गाय को जबरदस्ती पिकअप में ठूंस लेते हैं। वहां मंदिर के पास एक पुजारी ने इसका विरोध किया तो सभी युवक लाठी डंडे लेकर उसे मारने के लिए दौड़ाने लगे। ये सारी घटना वहां व्यापारी की दुकान में लगे कैमरे में कैद हो गई। इस घटना को देखने के बाद घंटाघर के लोग काफी भयभीत हैं, लोगों ने चौकी इंचार्ज से भी कंप्लेन की, लेकिन दरोगा द्वारा भी उन पशु तस्करों के चक्कर में ना पडऩे की सलाह देकर उन्हें समझा दिया गया।
केस-2
आरआई को कमरे में बंद कर की बदसलूकी
चरगांवा स्थित डीटीआई में 19 जुलाई को कुछ दंबग पहुंचे। दंबगों ने आरआई को कई डीएल बनवाने की लिस्ट थमाई, जिस पर आरआई ने डीएल बनाने से इंकार कर दिया। इसके बाद दंबग युवकों ने कमरा बंद कर आरआई से बदसलूकी की गई, जिसमें आरआई की वर्दी फट गई। सूचना पर शाहपुर थाने की पुलिस भी पहुंची। आरआई ने अपने साथ हुई घटना की पुलिस को तहरीर दी। वहीं, डीटीआई में इस दादागिरी को देखने के बाद वहां के अन्य इम्प्लाई डरे हुए हैं। अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
केस-3
शराब के पैसे ना देने पर डॉक्टर पर फायरिंग
बुधवार को गगहा एरिया में पशु चिकित्सक डॉ। अजीत यादव अपने भाई के मेडिकल स्टोर से घर वापस जा रहे थे। रास्ते में दो बाइक सवार युवकों ने उन्हें रोक लिया। बदमाश डॉक्टर से शराब के लिए पैसे मांगने लगे। डॉक्टर द्वारा मना करने पर मनबढ़ युवकों ने उनके ऊपर हमला बोल दिया। जब डॉक्टर ने इसका विरोध किया तो युवकों ने तमंचा निकालकर उनके ऊपर फायर झोंक दिया। इस घटना से आस-पास के लोग भयभीत हैं।
केस-4
लाश गिराने की धमकी दे रहा यौन हमले का आरोपित
झंगहा थाने की रहने वाली पलक (परिवर्तित नाम) ने सीएम के नाम लेटर लिखकर उनसे मदद मांगी है। पलक का आरोप है कि उनके साथ यौन हमला करने वाला आरोपित जेल में बंद है। अब जेल से ही वो अपने घर वालों से धमकी दिलवा रहा है। उसके परिजनों का कहना है कि एक बार जमानत हो जाने दो फिर कई लाशें गिरेंगी। भले जेल जाना पड़े। उन्होंने ट्विटर पर सीएम को टैग कर मदद मांगी है।
ये चार घटनाएं यह बताने के लिए काफी हैं कि गोरखपुर में मनबढ़ अब दादागिरी पर उतारू हैं। इसकी वजह चाहे सुस्त पुलिसिंग हो या बड़े अपराधियों की धरपकड़ न होने से छुटभैये अपराधियों का बढ़ता दुस्साहस। इन दिनों गोरखपुर में ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं, जिससे गोरखपुराइट्स भयभीत हो रहे हैं। ऐसी ही घटनाओं के लिए गोरखपुर पहले जाना जाता था।
बड़ी कार्रवाई न होने से मनबढ़ बेखौफ
मनबढ़ जब ये देखते हैं कि लगातार घटनाएं हो रही हैं, तब ये कोई भी घटना करने का दुस्साहस जुटाते हैं। इस समय पशु तस्करों का बहुत मन बढ़ा हुआ है। इधर पुलिस ने कई बड़ी कार्रवाई भी नहीं की है। लगातार जब बड़े मामले जल्दी जल्दी खुलते हैं तब अपराधियों के हौसले पस्त हो जाते हैं। किसी भी अपराध के बढऩे का एक बहुत बड़ा कारण बेरोजगारी भी है। कम उम्र में पैसे कमाने की खातिर युवा गलत रास्ते पर निकल जा रहे हैं।
शिवपूजन यादव, पूर्व सीओ
घंटाघर के हाल्सीगंज में देर रात हुए मामले की जानकारी है। कुशीनगर के पशु तस्कर की टीम को अरेस्ट कर घटनाओं का पर्दाफाश किया गया है। इस मामले में भी जो भी लोग होंगे। उनकी पहचान कर अरेस्ट किया जाएगा। जो भी दुस्साहस कर ऐसी अन्य घटनाओं को अंजाम दे रहा है, ऐसे लोगों को बहुत जल्द अरेस्ट कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी