बेजुबानों में मिली दिल की बातों को जुबान
डा। शरद और उनकी वाइफ हनी को लाइफ ने दोस्त तो खूब दिए मगर उन्हें हमेशा एक ऐसे दोस्त की कमी खलती रही जिसके साथ वो बेहिचक, बिना किसी डर के अपने दिल की हर बात शेयर कर सकें। मगर जब ब्रेबो और विंगो से दोनों की मुलाकात हुई तो उनकी ये कमी भी पूरी हो गई। दोनों पेट्स कुछ इस तरह से इनकी जिंदगी में घुलमिल गए कि अब वो इनसे हर बात शेयर करते हैं।

पहली नजर में जीत लिया दिल
पहली नजर में देखा तो ऐसा लगा कोई अपना मिल गया, गोद में उठाया तो लगा किसी अपने की तलाश पूरी हो गई। मेरे सुख और दुख का साथी है ब्रेबो और विंगो। कुछ यही कहना है कि सिविल लाइन में रहने वाले डॉ। शरद श्रीवास्तव की पत्नी हनी श्रीवास्तव का। पहली बार देहरादून में पग बीट के विंगो को देखा था। सात साल पहले उसकी उम्र एक महीने की थी। उसे गोद में लेते ही अपनेपन का अहसास हुआ। तबसे विंगो के साथ दिल का रिश्ता जुड़ गया।

अठखेलियां दिल जवां कर देती है
विंगो की नटखटपन और ब्रेबो की अठखेलियां हनी के दिल को एक बार फिर जवां कर देती है। हनी कई सोशल संस्थाओं से जुड़ी हंै और उनके पति समेत दोनों बेटे भी डॉक्टर हैं। बिजी शेड्यूल के चलते फैमिली मेम्बर से ज्यादा उनके नजदीक विंगो और ब्रेबो हैं। छोटी विंगो और टाइगर ब्रेबो हर वक्त उनके साथ रहते हैं। हनी की आवाज और इशारे पर दोनों इस कदर एक्टिव होते हैं जैसे कोई रिमोट से चलने वाला रोबोट।

डिफरेंट बीट के हैं दोनों
विंगो पग बीट मेल पैटी है और ब्रेबो टाइगर बीट का मेल पैटी है। विंगो को हनी देहरादून से लेकर आई थी जबकि ब्रेबो को उनके एक पड़ोसी ने उनकी चाहत देखकर गिफ्ट में दिया था। दोनों की ऐज 7 और 6 साल है। यूं तो दोनों विदेशी नस्ल के है विंगो खासतौर पर वोडाफोन के एड से फेमस हुआ है। दोनों हनी के साथ ही उनके रूम में रहते है। इनके खाने में कोई स्पेशल नहीं बल्कि फैमिली मेम्बर की तरह ही रूटीन की डिश बनती है।

इंसानों की तरह निकल पड़े थे आंसू
इंसान की तरह पैटी कितने सेंसेटिव होते हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कुछ दिन पहले हनी की हेल्थ बिगड़ी और उन्हें आपरेशन करना पड़ा। आपरेशन के लिए हॉस्पिटल जाते समय उनकी प्रॉब्लम देख विंगो और ब्रेबो के आंख से आंसू निकल आए थे। जितने दिन हनी हॉस्पिटल में थी दोनों ने खाना तक छोड़ दिया था। फैमिली मेम्बर,देख-भाल करने वाले सर्वेंट और यहां तक कि खुद डॉ। शरद भी उन्हें खाना देते थे तो दोनों मुंह मोड़ लेते थे। हनी के घर लौटने के बाद उन्हें देख कर लगा मानों दोनों को दोबारा जिंदगी मिली हो।

 

report by : mayank.srivsatava@inext.co.in