गोरखपुर (सुनील त्रिगुणायत)।वहीं, पसंदीदा ऑर्डिनरी नंबरों की बुकिंग भी हो रही है। एक माह में 50 लोगों ने मनपसंद नंबर बुक कराए हैं।
14 दिन की होती प्रोसेस
वीआइपी नंबरों की नीलामी प्रोसेस दो हफ्ते चलती है। इसमें चार दिन तक नंबर की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया चलती है। इसके बाद तीन दिन ऑनलाइन नंबरों की बोली लगती है, इसमें जिसका रेट हाई होता है उसे नंबर अलॉट कर दिया जाता है। 14 दिन के अंदर अगर कोई नंबर लेने नहीं आता है तो पहले आओ पहले पाओ के आधार पर नंबर अलॉट कर दिया जाता है।
एक तिहाई जमा होती है राशि
नीलामी में शामिल होने के लिए वीआइपी नंबर के तय रेट का वन थर्ड जमा करना होता है। इसके बाद ही कोई नीलामी में शामिल हो सकेगा। नंबर ना मिलने पर जमा एडवांस रकम वापस हो जाती है।
ए ग्रुप का एक लाख
ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट द्वारा इसी साल से वीआइपी नंबरों की नीलामी की प्रोसेस शुरू की गई है। फोर व्हीलर के ए ग्रुप के वीआइपी नंबरों की बोली एक लाख से और बी ग्रुप के वीआइपी नंबरों की बोली 50 हजार रुपए से शुरू रही है। इसी तरह से टू व्हीलर के ए ग्रुप के नंबरों की बोली 20 हजार और बी ग्रुप की बोली 10 हजार रुपए से शुरू हो रही है।
सी और डी ग्रुप के अलग रेट
फोर व्हीलर के सी ग्रुप की बोली 25 हजार और डी ग्रुप की बोली 15 हजार रुपए शुरू हो रही है। जबकि टू व्हीलर के सी ग्रुप पांच और डी ग्रुप की बोली तीन हजार से शुरू हो रही है।
वीआईपी नंबर रेट अप्रैल मई
1,00,000 01 01
50,000 02 03
25,000 05 06
15,000 08 17
5,000 121 97
3,000 09 14
1,000 111 62
कुल 257 200
(नोट: आंकड़े आरटीओ ऑफिस के अनुसार हैं.)
एक लाख में मिल रहे यह खास नंबर
1111, 2222, 3333, 4444, 5555, 6666, 7777, 8888, 9999.
50,000 के वीआईपी नंबर
100, 111, 200, 222, 300, 333, 400, 444, 500, 555, 600, 7000 777, 800, 900, 1000, 1100, 2000, 2200, 3000, 3300, 4000, 4400, 5000, 5500, 6000, 6600, 7000, 7700, 8000, 8800, 9000, 9900.
25 हजार के वीआईपी नंबर
101, 214, 909, 1001, 1200, 1300, 1400, 1500, 1600, 1700, 1800, 1900, 2002, 2100, 2300, 2400, 2500, 2600, 2700, 2800, 2900, 3003, 3100, 3200, 3400, 3500, 3600, 3663 से 9800 तक।
15 हजार के वीआईपी नंबर
202, 303, 404, 505, 606, 707, 808, 1122, 1133, 1144, 1155, 1199, 1881, 2211, 2233, 2244, 2255, 2266, 2277, 2288, 2299, 2772, 3311, 3322, 3344, 3355, 3366 से 7878 तक।
वीआईपी नंबर खरीदारों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। नंबरों की बुकिंग चल रही है। एक लाख रुपए वाले नंबरों की बुकिंग कम है, लेकिन 25 हजार से 50 हजार वाले नंबरों की बुकिंग हो रही है।
संजय कुमार झा, एआरटीओ एडमिन