- अभियुक्त सीओ की पहचान, शासन को रिपोर्ट
- सोनौली बॉर्डर पर रुपए वसूलने का मामला
GORAKHPUR: सोनौली बॉर्डर पर भ्रष्टाचार के आरोपित पुलिस कर्मचारी जोन से तड़ीपार होंगे। मुकदमा दर्ज होने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। गोरखपुर जोन से बाहर तबादले का आदेश जारी होने से पुलिस कर्मचारी परेशान हो गए हैं। मुकदमे के आरोपी अज्ञात सीओ की पहचान भी पुलिस ने कर ली है। बस्ती जिले में तैनात सीओ के खिलाफ कार्रवाई के लिए अफसरों ने शासन को पत्र भेजा है।
रुपए लेकर पार कराए वाहन
मधेस आंदोलन के दौरान नेपाल में भारतीय वाहनों के आवागमन पर रोक लगी थी। इसका बेजा फायदा सोनौली बार्डर पर तैनात पुलिस कर्मचारियों ने उठाया। सैकड़ों माल वाहकों को रुपए लेकर बार्डर पार करा दिया। पुलिस के साथ-साथ कस्टम के कुछ अफसर भी इसमें शामिल थे। भारत नेपाल मैत्री समाज के महामंत्री, कार्यवाहक अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने इसकी शिकायत आईजी जोन से की। जांच में आरोप के आधार पर आईजी ने कोतवाली थाना पर मुकदमा दर्ज कराया।
कोतवाली में दर्ज हुआ था केस
कोतवाली पुलिस ने एक सीओ और छह पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया। शिकायतकर्ता ने तत्कालीन सोनौली कोतवाली प्रभारी ओमकार नाथ, सोनौली चौकी प्रभारी भरत यादव, एचसीपी रामानुज यादव, कांस्टेबल रामप्रीत भारद्वाज, हेम नारायण, राम प्रवेश, उमेश और कस्टम अफसरों के खिलाफ तहरीर दी थी। मंगलवार को आरोपी पुलिस कर्मचारियों को गोरखपुर जोन से हटाने का निर्देश जारी हुआ। जांच में अज्ञात सीओ की पहचान हुई। वह बस्ती जिले में तैनात हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए आईजी ने शासन को रिपोर्ट भेजी है।