- कमिश्नर के विशेष निर्देश पर शुरू हुआ था अतिक्रमण हटाने का अभियान
- पहले दिन पार्षदों के चक्कर में प्रभावित हुआ अभियान
GORAKHPUR: कमिश्नर के आदेश पर रेलवे स्टेशन के सामने हटाए जा रहे अतिक्रमण अभियान में दो पार्षदों ने मिलकर अड़ंगा लगा दिया। पार्षदों के विरोध के कारण अतिक्रमण दस्ता एक घंटे तक एक ही जगह पर खड़ा रहा। बाद में मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर फिर से अतिक्रमण हटाना शुरू किया गया। इस दौरान टीम ने किसी को कोई मौका दिए बिना ही अतिक्रमण तोड़ना शुरू कर दिया। पार्षदों के अवरोध के चलते नगर निगम जुर्माने के रूप में एक भी रुपए नहीं मिल पाया। अभियान के पहले दिन ट्रैफिक तिराहा से लेकर महाराणा प्रताप तिराहे होते हुए यूनिवर्सिटी चौराहा तक अतिक्रमण हटाया गया। इस दौरान एक दर्जन से अधिक दुकानों के शेड तोड़े गए।
पार्षद के रुतबे का असर
अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान वार्ड नम्बर 67 इस्माइलपुर के पार्षद मंजूर आलम एक रेस्टोरेंट के पक्ष में पैरवी करने उतरे। इससे अतिक्रमण का सामना कर रहे अन्य दुकानदारों में आक्रोश फैल गया। इन लोगों को आरोप था कि पार्षद के पैरवी करने से रेस्टोरेंट ओनर के टिनशेड हटाने का मौका मिल गया, जबकि अन्य को तोड़ा गया। एक होटल के सामने एक दुकान तोड़ने पहुंची टीम का वार्ड नं 42 सिविल लाइन प्रथम के पार्षद अजय राय ने विरोध किया। अजय राय का जब पब्लिक ने विरोध शुरू किया, तब वहां से वह हटे। इसके बाद फिर से अभियान शुरू हुआ।
नगर निगम यहां बिना चिन्हित किए ही अतिक्रमण हटा रहा है, इसी का हम लोग विरोध कर रहे हैं। नगर निगम को पहले सूचना देनी चाहिए।
- अजय राय, पार्षद, वार्ड नं 42 सिविल लाइन प्रथम
लोग अतिक्रमण किए हुए था, मैंने उनको अतिक्रमण खुलवाकर हटवा दिया। मैंने कहीं भी अतिक्रमण नहीं रोका। लोग बेवजह आरोप लगा रहे हैं।
- मंजूर आलम, पार्षद, वार्ड नं 67, इस्माइलपुर