- प्रमुख प्रत्याशी ने लगाए गंभीर आरोप
- उरुवा में निर्विरोध निर्वाचन का मामला
GORAKHPUR: उरुवा ब्लाक प्रमुख के निर्विरोध चुनाव में सपा जिलाध्यक्ष डॉक्टर मोहसिन खां घिरते नजर आ रहे हैं। सपा जिलाध्यक्ष की भयहू के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली दुर्गावती देवी ने मोर्चा खोल दिया है। दुर्गावती का कहना है कि जिलाध्यक्ष के प्रभाव में अफसरों ने मनमानी की। अब सुलह करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
निर्विरोध निर्वाचन पर विवाद
उरुवा ब्लॉक प्रमुख के लिए क्षेत्र पंचायत के वार्ड नंबर 22 की सदस्य दुर्गावती देवी, सपा जिलाध्यक्ष डॉ। मोहसिन खां के छोटे भाई की पत्नी तसनीम फातिमा, उर्मिला सिंह और गायत्री सहित चार ने पर्चा भरा। छह फरवरी को नामांकन वापसी का समय पूरा होने पर तसनीम फातिमा के समर्थकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। उसके निर्विरोध चुने जाने की सूचना से दुर्गावती चकित रह गई। वह समर्थकों के साथ ब्लॉक पहुंचीं तो पुलिस ने लाठी चलाकर खदेड़ दिया। धांधली की शिकायत लेकर वह डीएम से मिलीं। रविवार को डीएम ने उरुवा ब्लॉक प्रमुख का सर्टिफिकेट नहीं जारी किया।
साइट पर विजेता घोषित
सोमवार को प्रेस क्लब में दुर्गावती ने सपा जिलाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि जिलाध्यक्ष के इशारे पर पुलिस-प्रशासन उत्पीड़न करने में लगा है। मामले में सुलह करने का दबाव बनाया जा रहा है। बताया कि डीएम ने सर्टिफिकेट नहीं जारी किया। लेकिन स्टेट इलेक्शन कमीशन की साइट पर तसनीम फातिमा को विजेता दिखाया जा रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रशासन किस तरह से धोखा दे रहा है। दुर्गावती ने कहा कि 48 घंटे में निस्तारण न होने, बीडीसी सदस्यों का उत्पीड़न करने पर आंदोलन करेंगे।