- ड्राइवर्स की कमी से डिपो में ही खड़ी रह जा रही बसें

- संविदा ड्राइवर्स की भर्ती को लेकर विभाग में खेल की चर्चा

- एक महीने में एक ही बार कराया गया अभ्यार्थियों का साक्षातकार

GORAKHPUR: एक ओर जहां ड्राइवर्स की भारी कमी होने के कारण रोडवेज की बसें डिपो पर खड़ी रह जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर संविदा ड्राइवर्स की भर्ती को लेकर विभाग में नया खेल शुरु हो गया है। इसकी वजह से संविदा ड्राइवर्स की भर्ती की प्रक्रिया लटक गई है। फरवरी माह में रोडवेज को संविदा ड्राइवर्स की भर्ती की जानी थी, इसके लिए एक बार साक्षातकार भी कराया जा चुका है, लेकिन इसमें सिर्फ आठ ड्राइवर्स की भर्ती कर विभाग शांत हो गया। इसके बाद अभी तक दूसरा साक्षातकार नहीं हो सका है। अभ्यर्थी हर रोज आरएम ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं।

शुरु हुई सेटिंग

रोडवेज के विभागीय सूत्रों के मुताबिक संविदा ड्राइवर्स की भर्ती को लेकर विभाग में खेल शुरु हो गया है। इन इन भर्तियों के लिए भी इन दिनों विभाग में बकायदा बोली लगाई जा रही है। यही वजह से है कि दूसरे बार का साक्षातकार अभी तक पूरा नहीं कराया जा सका है। सूत्र बतातें है कि पहली बार में जो भर्ती हुई भी है, वह सिर्फ उन्हीं लोगों की हुई है, जिनकी विभाग में पूरी सेटिंग है। बाकी के अभ्यार्थी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं और विभाग के चक्कर काट रहे हैं।

क्या है प्रक्रिया

रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक विभाग में इन दिनों ड्राइवर्स की भारी कमी चल रही है। इसके लिए प्रत्येक शनिवार का दिन निर्धारित किया गया है। शनिवार को साक्षातकार के दौरान ड्राइवर्स की भर्ती की जाती है। इसमें ड्राइवर के पास तीन साल पुराना हैवी ड्राइविंग लाइसेंस और सात साल का अनुभव होना अनिवार्य है।