GORAKHPUR :
गोरखपुर रेलवे स्टेशन के बाद अब पीआरएस काउंटर पर भी गाड़ी रखना खतरनाक हो गया है। रेलवे स्टेशन के बाद पीआरएस स्टैंड का ठेका भी खत्म हो चुका है। इसकी वजह से पीआरएस स्टैंड पर भी गाड़ी खड़ी करना रिस्क से कम नहीं है। सोर्सेज की मानें तो पीआरएस पर दिसंबर तक का ही ठेका था, जिसके बाद से उसका रीन्यूअल नहीं हो सका। इससे स्टैंड पर गाडि़यों की देखभाल करने वाला कोई नहीं है।
डेली आते हैं सैकड़ों पैसेंजर्स
स्टेशन के पीआरएस सेंटर पर रिजर्वेशन के लिए डेली सैकड़ों पैसेंजर्स आते हैं, पहले पांच रुपए देकर वह फ्री होकर लाइन में लगे रहते थे, लेकिन अब उन्हें या तो एक्स्ट्रा बंदे को लेकर आना पड़ता है और या फिर अपने आगे वाले को बोलकर बार-बार अपनी गाड़ी देखने के लिए जाना पड़ रहा है। वहीं रेलवे के कर्मचारी भी टेंशन में हैं कि कहीं कोई उनकी गाड़ी भी लेकर फुर्र न हो जाए, क्योंकि ठेकेदार स्टैंड में खड़ी दूसरी गाडि़यों के साथ उनकी गाडि़यों की भी देखभाल करते हैं।