गोरखपुर (ब्यूरो)।अधिक केसेज मिलने के बाद भी जिला जेल में सेनेटाइजेशन की व्यवस्था नहीं है। कोरोना संक्रमित वाले बंद कैदी को अलग बैरक में रखा जा रहा है। साथ ही आने वाले नये बंदियों की जांच भी की जा रही है। हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम लगातार कोरोना जांच का दायरा बढ़ा दिया है। जिला जेल में करीब अब तक 29 से अधिक केसेस मिले हैं।
कैदियों के बीच दहशत का माहौल
बीते दो सालों में वैश्विक महामारी कोरोना ने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया था। लेकिन वैश्विक स्तर पर कोरोना से लडऩे के लिए जिस तरह तैयारियां और वैक्सीनेशन अभियान चलाकर इस बीमारी पर अंकुश लगाने की कोशिश की गई थी, उससे इस महामारी पर काबू पाने में बड़ी सफलता मिली थी, लेकिन अब फिर से कोरोना के मामले सामने आने लगे हैं। गोरखपुर जिले में जिला जेल के अलावा शहर और ग्रामीण एरियाज में तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है।
बैरेक में जाने से पहले जांच
कोरोना नोडल अधिकरी डॉ। एके सिंह ने बताया कि जेल में निरूद्ध होने वाले बंदियों की मुख्य बैरक में भेजे जाने से पूर्व कोरोना जांच की जाती है, जेल में हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम डेली जांच सैंपल लेकर उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबॉयोलॉजी में भेजा जा रहा है। साथ ही मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है।
पांच दिन में जिला जेल से जांच के लिए भेज गए सैंपल
डेट सैंपल
13 अप्रैल 296
15 अप्रैल 229
17 अप्रैल 252
18 अप्रैल 256
19 अप्रैल 377
जिले में फूटा कोरोना बम, मिले 24 संक्रमित
जिले में सिटी और ग्रामीण एरियाज में डेली कोरोना मरीज मिल रहे हैं। गुरुवार को एक बार भी सर्वाधिक 24 केस मिले हैं। ये लोग सर्दी-जुकाम, बुखार का इलाज कराने आए थे., जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई। वहीं, जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 63 हो गई है। सिटी के विभिन्न एरिया के 07 और ग्रामीण एरिया के 17 मरीज संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक्टिव केस 63 तक पहुंच चुका है। सीएमओ डॉ। आशुतोष कुमार दुबे ने अपील की है कि लोग मास्क लगाए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें ताकि अपने साथ दूसरे को भी कोरोना संक्रमित होने से सुरक्षित रख सकें।