महिला को पति का बेटा बनाने का मामला

एसएसपी के निर्देश पर एसपी ग्रामीण ने शुरू की जांच पड़ताल

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

बेलीपार एरिया की बेला निवासी महिला को उनके पति का बेटा बनाना और महिला के बुजुर्ग पिता को गुंडा एक्ट में पाबंद करना पुलिस कर्मियों को भारी पड़ेगा। इस मामले में बीट सिपाही, हलका दरोगा और एसओ पर विभागीय जांच की गाज गिर सकती है। पुलिस अफसरों ने इस प्रकरण को गंभीरता से लिया है। अफसरों का कहना है कि बीट सिपाही ने सही सूचना नहीं दी। इससे बड़ी समस्या खड़ी हो गई।

सिपाही की लापरवाही से बिगड़ा मामला

बेलीपार एरिया के बेला निवासी दीनानाथ सिंह सीमेंट का बिजनेस करते हैं। उनकी पत्‍‌नी अंबिका सिंह बांसगांव विधान सभा क्षेत्र में सपा महिला सभा की पदाधिकारी हैं। वह आंगनबाड़ी में सुपरवाइजर भी है। दो साल पहले अंबिका सिंह ने पड़ोस में रहने वाले भोला सिंह को 80 हजार रुपए दिए। एक फाइनेंस कंपनी में भोला ने रुपए जमा करा दिए। फरवरी 2014 में मैच्युरिटी होने पर भोला ने रुपए नहीं दिलाए। रुपए की बात करने पर वह मारपीट करने लगा। दोनों पक्षों में विवाद होने पर पुलिस ने कार्रवाई की। महिला, उनके पति, पिता और भतीजे को गुंडा एक्ट पाबंद कर दिया। बीट सूचना दर्ज करने वाले सिपाही ने अंबिका सिंह को दीनानाथ का बेटा बना दिया। उसने पुलिस रिकार्ड में जो दर्ज किया। उस पर आंख मूंदकर एसओ ने कार्रवाई कर दी।

फाइल पहुंची डीएम कोर्ट, मचा हड़कंप

डीएम कोर्ट में फाइल पहुंचने के बाद नोटिस तामिल कराई गई। नोटिस मिलने पर दीनानाथ सिंह की फैमिली चक्कर में पड़ गई। अधिवक्ता के माध्यम से आपत्ति दाखिल की। खुद को बेकसूर बताते हुए बेवजह फंसाए जाने का दावा किया। पुलिस की लापरवाही सामने आने से अफसर दंग रह गए। सिपाही ने बीट सूचना दर्ज करने में लापरवाही बरती। हलका दरोगा या एसओ ने मामले की तस्दीक करने की जहमत नहीं उठाई। खामियों से भरी फाइल डीएम कोर्ट तक पहुंच गई। इससे पूरे महकमे की किरकिरी हुई।

एसएसपी के निर्देश पर मामले की जांच की जा रही है। गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार व्यक्ति पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण