(अमरेंद्र पांडेय)। 11 से 17 अगस्त 'हर घर तिरंगाÓ कार्यक्रम चलाया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने सभी कमिश्नर व डीएम को निर्देश देते हुए गाइडलाइन भी जारी कर दी है। वहीं पांच से 10 जून के बीच विभिन्न स्तरों पर हर घर तिरंगा के लिए झंडा की सिलाई आदि का ट्रेनिंग कार्य पूूरा किए जाने का भी निर्देश था, लेकिन अभी तक ट्रेनिंग का कार्य नहीं हो सका है। वहीं सीडीओ संजय कुमार मीणा ने बताया कि मीटिंग के बाद इस कार्यक्रम की तैयारी तेज कर दी जाएगी।
सभी जगहों पर फहराया जाएगा झंडा
डीएम ऑफिस से मिली जानकारी के मुताबिक, सभी सरकारी, सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठानों, शैक्षणिक संस्थानों, व्यावसायिक व वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, गैर सरकारी संगठनों, रेस्टोरेंट, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, टोल प्लाजा, पुलिस चौकी, थानों आदि में झंडा फहराया जाए। लक्ष्यों के अनुसार पर्याप्त संख्या में झंडों का निर्माण कराया जाए। इसके लिए स्वयं सहायता संस्थाओं की मदद ली जाए। इसे सफल बनाने के लिए बैनर, पंपलेट, स्टैंडी, होर्डिंग्स से स्थानीय भाषा व बोली में प्रचार कराया जाए। परिवहन निगम व निजी बसों, ट्रकों, अन्य सार्वजनिक परिवहन साधनों और सरकारी वाहनों में 'हर घर तिरंगाÓ कार्यक्रम के संदेश का स्टीकर लगाया जाए।
बनाई जाएगी समिति
डीएम - अध्यक्ष
पुलिस आयुक्त द्वारा नामित, एसएसपी - उपाध्यक्ष
सीडीओ - उपाध्यक्ष
वीसी द्वारा नामित - सदस्य
नगर आयुक्त - सदस्य
सीएमओ - सदस्य
जिला विकास अधिकारी - सदस्य
जिला प्रोबेशन अधिकारी - सदस्य
जिला विद्यालय निरीक्षक - सदस्य
बेसिक शिक्षा अधिकारी - सदस्य
उप निदेशक, जिला सूचना अधिकारी - सदस्य
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी - सदस्य
एआरटीओ - सदस्य
कार्यक्रम अधिकारी - सदस्य
जिला युवा कल्याण अधिकारी - सदस्य
परियोजना अधिकारी - सदस्य
आईटीआई प्रिंसिपल - सदस्य
जिला खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारी - सदस्य
जिला पंचायती राज अधिकार - सदस्य
जिला - घरों की संख्या - झंडा फहराने का लक्ष्य
मुरादाबाद - 8.0 लाख - 6.1 लाख
मेरठ - 5.8 लाख - 4.5 लाख
आगरा - 7.1 लाख - 5.5 लाख
बरेली - 7.6 लाख - 5.8 लाख
कानपुर नगर - 8.6 लाख - 6.6 लाख
प्रयागराज - 9.8 लाख - 7.5 लाख
गोरखपुर - 6.9 लाख - 5.3 लाख
वाराणसी - 5.6 लाख - 4.3 लाख
झंडा तैयार करने के लिए निर्देश
- झंडे का आकार आयाताकार होना चाहिए
- झंडे की लंबाई 3 फीट व चौड़ाई 2 फीट होनी चाहिए।
- झंडा बनाने की सामग्री खादी अथवा हाथ से कता हुआ कपड़ा, मशीन से बना होना चाहिए
- झंडे तीन रंगों में सबसे उपर केसरिया, बीच में सफेद और नीचे हरे रंग का होना चाहिए।
- सफेद पट्टïी में 24 तीलियों वाले अशोक चक्र को बाद में प्रिंट करना है।