- कमिश्नर ने की समीक्षा बैठक, लापरवाही पर जिम्मेदारों को दिए जरूरी दिशा-निर्देश
GORAKHPUR: प्राइमरी हेल्थ सेंटर, सीएचसी और उपकेंद्रों के निर्माण में हो रही देरी और वर्क प्रोग्रेस पर कमिश्नर अनिल कुमार ने नाराजगी जताई। उन्होंने कार्यदायी संस्था से काम में तेजी लाने के साथ इसकी गुणवत्ता पर भी ध्यान देने की हिदायत दी।
कहा कि काम तय समय सीमा में पूरा करा लें। अब बरसात और त्योहार की वजह से काम रुका है, ऐसा कोई बहाना नहीं चलेगा। कमिश्नर अपने सभाकक्ष में विभिन्न विभागों के काम की सघन समीक्षा कर रहे थे।
कई काम पेंडिंग
कमिश्नर को मीटिंग के दौरान बताया गया कि स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण में 122 के सापेक्ष अभी तक 74 का ही निर्माण हो पाया है। महराजगंज में साल 2011 में स्वीकृत 50 उपकेंद्रों से लौकफैड की ओर से सिर्फ 25 का ही निर्माण कराया गया है, जबकि, 25 उपकेंद्र के पैसे को किसी अन्य मद में खर्च किया गया है। गोरखपुर में 2011 का ही 140 उपकेंद्र तकनीकी जांच में 4 वर्ष से लंबित है, कुशीनगर का संयुक्त जिला चिकित्सालय को भी अपग्रेड करना है, तो अभी तक पूरा नहीं हो सका है। यही हाल देवरिया के 20 उपकेंद्रों की भी है।
और अधिक लगाएं रोजगार मेले
कौशल विकास मिशन के अंतर्गत 1718 प्रशिक्षित स्टूडेंट्स से अभी तक 129 को ही रोजगार मिला है। इस संख्या को बढ़ाने के लिए कमिश्नर ने अधिक से अधिक रोजगार मेले लगाने के निर्देश दिए। विकलांग कल्याण विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि गोरखपुर शहर में पोलियो से विकलांग हुए बच्चों को चिह्नित किया गया है, इनकी सर्जरी के लिए 2 से 4 नवंबर 2016 तक शिविर लगाया जाएगा। कमिश्नर ने ऐसे और बच्चों को प्वाइंट आउट कर उनकी सर्जरी कराने के निर्देश्ा दिए हैं।
निष्पक्षता से करें सत्यापन
सर्व शिक्षा अभियान के तहत अपूर्ण पाए गए 15 भवनों के निर्माण में और तेजी लाने के लिए कमिश्नर ने जिम्मेदारों को निर्देशित किया। समाजवादी पेंशन योजना के अंतर्गत 3 लाख 94 हजार के सापेक्ष 3 लाख 84 हजार लाभर्थियों को चिह्नित किया गया है, इनके सत्यापन का काम चल रहा है। कमिश्नर ने इसका सत्यापन निष्पक्षता के साथ जल्द पूरा करने का निर्देश दिया हैं। मौके पर अपर निदेशक स्वास्थ्य आरके तिवारी, उप निदेशक समाज कल्याण व उप निदेशक अर्थ के साथ अन्य मंडलीय अधिकारी मौजूद रहे।