- डीडीयूजीयू से संबद्ध पैसिफिक कॉलेज ऑफ फिजियोथिरैपी स्टूडेंट्स को अब तक नहीं मिली मार्कशीट
- 2011 से लगातार देते आ रहे परीक्षा के बावजूद इसके स्टूडेंट्स मार्कशीट के लिए काट रहे हैं चक्कर
GORAKHPUR: पैसिफिक कॉलेज ऑफ फिजियोथिरैपी के स्टूडेंट्स एक बार फिर मुश्किल में हैं। वह हर साल परीक्षा तो देते गए, लेकिन उन्हें अपनी मेहनत का फल यानि कि मार्कशीट नहीं मिल सकी है। दर्जन भर स्टूडेंट्स पिछले कई मंथ से यूनिवर्सिटी के चक्कर लगाने को मजबूर हैं, लेकिन जिम्मेदारों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। स्टूडेंट्स की मानें तो चार साल से मार्कशीट ही नहीं मिली। मार्कशीट न मिलने से मायूस स्टूडेंट्स ने इसकी शिकायत वीसी प्रो। अशोक कुमार से की है। वीसी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
2011 में लिए थे एडमिशन
पैसिफिक कॉलेज ऑफ फिजियोथिरैपी के स्टूडेंट्स धनन्जय दत्त, सूरज यादव व सीमा भारती बताती हैं कि सन 2011 में एडमिशन लिया था। फर्स्ट इयर का इन सभी ने परीक्षा भी दे दी। इसके बाद फर्स्ट इयर का अंक पत्र मिला, जिसमें तीनों का बैक पेपर आया। इसके बाद 2013 में जब उन्होंने सेकेंड इयर के साथ फर्स्ट इयर का बैकपेपर एग्जाम दिया, तो दर्जन भर स्टूडेंट्स की फर्स्ट इयर और सेकेंड इयर की मार्कशीट में प्रॉब्लम हो गई। इसके बाद 2014 में सभी ने थर्ड इयर का क्लास किया, लेकिन कॉलेज ने उन्हें थर्ड इयर की परीक्षा में नहीं बैठने दिया। उन्हें फिर से फर्स्ट इयर का एग्जाम दिलवाया गया, लेकिन इसके बाद भी मार्कशीट नहीं दी गई। इस वक्त बिना परीक्षा करवाए ही कॉलेज प्रशासन ने फोर्थ इयर में फीस लेकर एडमिशन करा लिया है। उन्होंने वीसी से मामले की जांच करने व मार्कशीट जारी करने की गुहार लगाई है।
कुल 11 स्टूडेंट्स का मामला है। इन सभी के लापरवाही से उन्हें मार्कशीट नहीं मिली है। इसके लिए जांच-पड़ताल की जा रही है।
सैयद हबीब, डायरेक्टर, पैसिफिक कॉलेज ऑफ फिजियोथिरैपी
ये कॉलेज प्रशासन की लापरवाही है। बैक पेपर है तो क्या हुआ, यूनिवर्सिटी की तरफ से सारणीयन पंजिका कॉलेज को भेज दी जाती है।
डॉ। अमरेंद्र कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक, डीडीयूजीयू