- डीडीयूजीयू के अमृत कला वीथिका में चल रहे बीएड काउंसलिंग के बाहर कॉलेज वालों की सजी हैं दुकानें
- काउंसलिंग सेंटर पर आने वाले हर एक कैंडिडेट्स को तरह-तरह के दे रहे हैं प्रलोभन
- प्रलोभन में कैंडिडेट्स को किस तरह से कर रहे आकर्षित, आई नेक्स्ट ने किया था खुलासा
GORAKHPUR:
डीडीयूजीयू अमृतकला वीथिका के बाहर लगी कॉलेज वालों की दुकान को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अपनी भौहें टेढ़ी कर ली है। यूनिवर्सिटी प्रशासन की माने तो यूनिवर्सिटी में बीएड काउंसलिंग के लिए आने वाले कैंडिडेट्स को प्रलोभन देने वाले कालेज को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बीएड को-आर्डिनेटर को निर्देशित कर यह कहा है कि किसी भी दशा में कॉलेज वाले कैंपस के भीतर कैंडिडेट्स को प्रलोभन न देने पाए। इसके लिए मेन गेट को बंद रखा जाए। सिर्फ कैंडिडेट्स ही प्रवेश करें। वहीं इस निर्देश को बीएड को-आर्डिनेटर ने फॉलो भी करना शुरू कर दिया है।
5 जून से चल रही है काउंसलिंग
लखनऊ यूनिवर्सिटी की तरफ से ऑर्गेनाइज्ड बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में शामिल कैंडिडेट्स की काउंसलिंग पांच जून से डीडीयूजीयू के अमृतकला वीथिका में चल रही है। काउंसलिंग के लिए आने वाले बीएड कैंडिडेट्स को प्रलोभन देने के लिए अमृतकला वीथिका के सामने गोरखपुर-बस्ती के मंडल के कई कॉलेज वालों ने दुकानें लगा रखी है। हर कॉलेज अपनी-अपनी सुविधानुसार कैंडिडेट्स को सुविधा देने का दावा कर रहा है। कोई शासन द्वारा निर्धारित फीस में पांच हजार कम कराने का दावा कर रहा है तो कुछ कॉलेज वाले बिना क्लास किए ही एडमिशन लेने का प्रलोभन दे रहे हैं।
13 जून के अंक में आई नेक्स्ट ने किया था पब्लिश
जब इस बात की जानकारी आई नेक्स्ट को हुई तो आई नेक्स्ट ने 13 जून के अंक में 'देख तमाशा पैसे का, यूनिवर्सिटी के सामने बिक रही 'शिक्षा' हेड लाइन से न्यूज पब्लिश की। न्यूज पब्लिश होने के बाद जहां यूनिवर्सिटी प्रशासन पूरी तरह से हरकत में आ गया। वहीं कई कॉलेज वालों के होश फाख्ता हो गए। यूनिवर्सिटी प्रशासन के आदेशानुसार, बीएड को-आर्डिनेटर डॉ। जेपी विश्वकर्मा ने काउंसलिंग सेंटर के बाहर का मेन गेट बंद करा दिया है। को-आर्डिनेटर की माने तो सिर्फ मेन गेट के रास्ते बीएड काउंसलिंग में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स ही प्रवेश कर सकेंगे। इसके अलावा कॉलेज का कोई प्रतिनिधि भीतर प्रवेश नहीं कर सकेगा।
तो कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा को-आर्डिनेटर की तरफ से यह भी निर्देश जारी किया गया कि कोई भी कॉलेज का प्रतिनिधि भीतर प्रवेश करता दिखा तो उसके विरुद्ध विधिक कार्रवाई के लिए यूनिवर्सिटी को लेटर लिखा जाएगा। उधर वीसी प्रो। अशोक कुमार ने भी कहा है कि कोई भी कॉलेज का प्रतिनिधि भीतर कैंपस में कैंडिडेट्स को मोटिवेट नहीं करेगा। अगर कोई इस तरह से करता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।