GORAKHPUR : राम गिरीश राम पीजी कॉलेज में सामूहिक नकल करने के मामले में नया मोड़ आ गया। राम गिरीश राम पीजी कॉलेज के प्रिसिंपल डॉ.अशोक कुमार शाही ने उड़ाका दल के सदस्य अशोक कुमार और सतीश बनवाल पर ख्भ् हजार रुपए मांगने का आरोप लगाया है। उन्होंने वीसी और एग्जामिनेशन कंट्रोलर को इसकी लिखित शिकायत भी की है। शाही ने अपने लिखित शिकायत में यह दावा किया है कि उन पर सामूहिक नकल का प्रकरण इसलिए बनाया गया क्योंकि उन्होंने पैसे देने से मना कर दिया था। वहीं अब इस मामले में बनवाल का कहना है कि मुझ पर लगाए गए सारे आरोप निराधार है.

उड़ाका दल की जांच पर उठाए सवाल

शाही ने अपने शिकायत पत्र में उड़ाका दल की कार्रवाई पर भी कई सवाल खड़े किए है। उनका कहना है कि उड़ाका दल के सदस्य हमारे कॉलेज में फ् बजे आए और फ्.क्0 पर चले गए। ऐसे में क्0 मिनट के अंदर हमारे कॉलेज में चल रही ब् क्लास रूम के क्08 स्टूडेंट्स को कैसे चेक कर लिया? क्या इतने कम समय में चेकिंग निष्पक्ष हो सकती है? इससे साफ जाहिर है कि उड़ाका दल ने प्रायोजित तरीके से सामूहिक नकल का प्रकरण दर्ज किया है।

मांगे थे ख्भ् हजार रुपए

प्रिसिंपल शाही ने वीसी को लिखित में यह शिकायत की है कि क्म् मार्च को उड़ाका दल के सदस्य अशोक कुमार कॉलेज आए। उन्होंने मुझसे ख्भ् हजार रुपए मांगे और कहा कि कॉलेज में कुछ भी कीजिए। अगर रुपए नहीं दिए तो परीक्षा भी नहीं होने दूंगा। जब मैंने उनसे यह कहां कि हमारे यहां नकल नहीं होती हैं, आपको जैसे जांच करना है कर लें, फिर पैसे किस बात के। उसी से चिढ़कर उन्होंने मेरे कॉलेज का सामूहिक नकल का प्रकरण बना दिया। मुझे शक है कि उड़ाका दल के प्रभारी सतीश बरनवाल के इशारे पर अशोक कुमार कॉलेजों से रिश्वत मांग रहे हैं।

कंद्रीय टीम करे जांच

प्रिंसिपल शाही ने अपने शिकायत पत्र में इस मामले की जांच केंद्रीय टीम से करवाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने इस बात का दावा किया है कि अगर टीम जांच करेगी तो कई और मामले भी खुलकर आएंगे।

कॉल डिटेल से निकलेंगे राज

शाही ने दावा किया है कि अगर अशोक कुमार की कॉल डिटेल निकाली जाए तो पता चलेगा किवे नकल करने वाले कॉलेज में पहुंचने से पहले फोन कर लेते हैं। बाकी स्कूलों में पैसे की मांग करते हैं।

सारे आरोप निराधार है

उड़ाका दल के प्रभारी सतीश बरनवाल का कहना है कि उन पर लगे सारे आरोप निराधार है। ख्भ् मार्च?को मेरे साथ डॉ। बलराम और अशोक कुमार राम गिरीश राय पीजी कॉलेज के औचक निरीक्षण पर गए थे। वहां उन्हें कक्ष संख्या म् में एक टीचर प्रश्न हल करवाते पाया गया था। उन्होंने सबूत के लिए तीन कॉपी को जब्त भी किया था, लेकिन वे वहीं के कर्मचारियों ने गायब कर दी। बाकी सामूहिक नकल की शिकायत परीक्षा नियंत्रक से की है।

नकल के मामले में नकल संबंधी प्रकरण निस्तारण टीम डिसीजन लेगी कि सामूहिक नकल हुई थी या नहीं। उसके बाद ही परीक्षा समिति इस मामले में निर्णय लेगी।

अखिलेश कुमार पाल, एग्जामिनेशन कंट्रोलर, डीडीयू