गोरखपुर (ब्यूरो)।कॉलेजों के रिसर्च स्कॉलर्स भी इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। नेट की कोचिंग कराने के लिए वही टीचर्स एलिजिबल होंगे जो खुद नेट क्वालीफाइड होंगे।

रिसर्च स्कॉलर्स के लिए मौका

नेट की तैयारी कराने के लिए टीचर्स के साथ ही नेट क्वालीफाइड रिसर्च स्कॉलर्स को भी मौका मिल सकता है। यूनिवर्सिटी प्रशासन का मानना है कि जो रिसर्च स्कॉलर नेट क्वालीफाइड हैं, वे दूसरे स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग देने में मददगार साबित होंगे। इससे उनमें टीचिंग स्किल डेवलप होगी और साथ ही प्रति लेक्चर के हिसाब से मानदेय भी दिया जाएगा। नेट और जेआरएफ की तैयारी करने में सहायक करीब 10 लाख रुपए की ई-बुक्स भी खरीदी जाएंगी।

डिपार्टमेंट्स में चलेंगी क्लासेज

प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम उषा) के तहत गोरखपुर यूनिवर्सिटी को अपने स्टूडेंट्स को नेट और जेआरएफ की तैयारी कराने केलिए 32 लाख रुपए मिलने हैं। इसकी पहली किस्त के रूप में 19 लाख रुपए जारी कर दिए गए हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसकी क्लासेज डिपार्टमेंट्स में ही चलाने का फैसला किया है।

गूगल फॉर्म हुआ जारी

कोचिंग के लिए टॉप स्टूडेंट्स को सेलेक्ट करने की जिम्मेदारी सभी हेड ऑफ डिपार्टमेंट्स को दी गई है। इनसे नेट की कोचिंग के लिए क्लासेज का शेड्यूल, टीचर्स के नाम और स्टूडेंट्स की संख्या की जानकारी भी मांगी गई है। जो स्टूडेंट ये क्लास अटेंड करना चाहते हैं, उनके लिए गूगल फॉर्म जारी किया गया है।

यूनिवर्सिटी में नेट और जेआरएफ की तैयारी के लिए अलग से क्लासेज चलना स्टूडेंट्स के लिए बड़ी सौगात है। एक दिसंबर से इन क्लासेज का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। डिपार्टमेंट में क्लास चलने से उन्हें इधर-उधर भागदौड़ भी नहीं करनी होगी।

प्रो। पूनम टंडन, वीसी, डीडीयूजीयू