- जून में लगे थे कोच इंडिकेटर, अब तक नहीं स्टार्ट हो सका यूज

- पैसा खर्च करने के बाद भी पैसेंजर्स को नहीं मिल सकी कोई राहत

- भारी भीड़ की वजह से दूर से कोच खोजने में पैसेंजर्स को हो रही है प्रॉब्लम

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : रेलवे स्टेशन पर होने वाली भारी भीड़ में धक्का-मुक्की हो ही जाती है। खासतौर पर तब जब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर पहुंच रही होती है। इस दौरान कई लोग चोटिल भी हो जाते हैं। इस प्रॉब्लम के सॉल्युशन के तौर पर रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने गोरखपुर जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर कोच इंडिकेटर लगाए, मगर यह स्कीम अब फ्लॉप होती नजर आ रही है। इंडिकेटर्स को लगे 6 मंथ से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन स्टार्ट न होने की वजह से इनका फायदा पैसेंजर्स को नहीं मिल रहा है।

एफओबी ने बढ़वा दिया इंतजार

एक तरफ जहां रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से सुस्ती बरती गई, वहीं रही-सही कसर प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर बन रहे फुट ओवरब्रिज ने पूरी कर दी। इसके कंस्ट्रक्शन की वजह से बीच के कुछ इंडिकेटर्स निकाल दिए गए, जिससे सीरीज ब्रेक हो गई। अब जबतक इसका कंस्ट्रक्शन वर्क कंप्लीट नहीं हो जाता, तब तक इसके स्टार्ट होने की उम्मीद नहीं नजर आ रही है।

पैसेंजर्स को मिलती काफी राहत

कोच इंडिकेटर्स स्टार्ट हो जाने की वजह से पैसेंजर्स को ट्रेन आने से पहले ही अपने कोच की पोजीशन पता चल जाती। इससे ट्रेन आने पर होने वाली दौड़-भाग से भी बच जाएंगे। गोरखपुर जंक्शन पर पैसेंजर्स की फैसिलिटी को देखते हुए लगातार अमेंडमेंट्स किए जा रहे हैं। प्लेटफॉर्म नंबर 1 के बाद अब रेलवे प्लेटफॉर्म नंबर 2 और 8 पर कोच इंडिकेटर लगाने की प्लानिंग कर रहा है। उम्मीद है कि ये काम मार्च?तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद इन प्लेटफॉर्म से गुजरने वाली गाडि़यों के पैसेंजर्स को भी राहत मिल जाएगी। वहीं वह भारी भीड़ से बच सकेंगे।

कोच इंडिकेटर्स वर्किंग कंडीशन में हैं। फुटओवर ब्रिज का वर्क चलने की वजह से इन्हें डिसकनेक्ट किया गया है। वर्क कंप्लीट होते ही इसे दोबारा स्टार्ट कर दिया जाएगा।

- आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनईआर