- प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव ने की कार्रवाई
- तीन से मांगा स्पष्टीकरण, दो पदाधिकारियों को हटाया
GORAKHPUR: जिला पंचायत चुनाव में पार्टी की घोषित उम्मीदवार के खिलाफ मुखर होने वाले सपाईयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हुई। सपा के प्रदेश अध्यक्ष, सीएम अखिलेश सिंह यादव ने सपा के जिला प्रवक्ता काली शंकर को पार्टी से निष्कासित कर दिया। युवजन सभा के जिलाध्यक्ष श्याम यादव और छात्रसभा के अध्यक्ष मोहम्मद आजम लारी को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया। इसके अलावा पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष सहित तीन लोगों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। रविवार की दोपहर हुई कार्रवाई से सपाईयों में खलबली मच गई।
तीन खेमों में बंटे सपाई
गोरखपुर जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए सपा ने गीतांजली यादव को उम्मीदवार घोषित किया है। पार्टी हाईकमान के फैसले पर सभी कार्यकर्ताओं को उनके पक्ष में जिला पंचायत सदस्यों का वोट सहजने को कहा गया है। इसके लिए पांच सदस्यीय कोर कमेटी का गठन शनिवार को हुआ। पार्टी ने नेता मनुरोजन यादव की पत्नी को प्रत्याशी घोषित करने के बाद से सपाई तीन खेमों में बंट गए। एक खेमे के लोग जिला पंचायत सदस्य विनय वर्मा को उम्मीदवार बनवाना चाहते थे, जबकि दूसरे खेमे के लोग गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विजय बहादुर के भाई अजय बहादुर के पक्ष में पैरवी करते रहे। लेकिन पार्टी ने कैडर का ख्याल रखते हुए गीतांजली को प्रत्याशी घोषित किया। पार्टी कैडर के नेता गीतांजली के पूर्ण समर्थन में हैं।
सीएम के सामने पहुंचा मामला
17 दिसंबर को विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्धाटन करने गोरखपुर आए सीएम ने पार्टी के नेताओं से मुलाकात की। कुछ लोगों ने गीतांजली के नाम पर विरोध जताया तो सीएम ने उनको डांट दिया। शनिवार को बेतियाहाता स्थित पार्टी कार्यालय पर संचालन समिति की मीटिंग बुलाई गई थी। ठीक उसी समय विधायक विजय बहादुर यादव के घर पर भी मीटिंग हुई। इसमें सपा के कुछ नेताओं की मौजूदगी की सूचना पार्टी हाई कमान को मिली। इसको गंभीरता से लेते हुए सीएम ने कार्रवाई का निर्देश दिया। पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष राममिलन यादव, पूर्व उपाध्यक्ष कुंवर प्रताप सिंह, पिपरौली के पूर्व ब्लॉक प्रमुख रामधारी यादव को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा। पार्टी प्रवक्ता काली शंकर को पार्टी से निष्कासित कर दिया। जबकि सपा की विंग समाजवादी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष, पार्षद श्याम यादव और समाजवादी छात्रसभा के जिलाध्यक्ष मोहम्मद आजमी लारी को पद से हटाने को कहा। इसके अलावा कुछ अन्य पर भी कार्रवाई की तैयारी चल रही है।