गोरखपुर (ब्यूरो)। यूनिवर्सिटी में 14 अप्रैल से लेकर 14 मई तक एक प्रोग्राम परार्थ शुरू किया गया है। इस प्रोग्राम के तहत यूनिवर्सिटी में एक कपड़ों का बैंक बनाया है। इस बैंक में यूनिवर्सिटी के वीसी, प्रोफेसर और सभी स्टूडेंट्स कपड़ा डोनेट करेंगे। कलेक्ट किए गए कपड़ों को डोनेट करने के लिए गोरखपुर के कुछ अनाथ आलय और काशी नगरी के कई आश्रम सेलेक्ट किए गए हैं। जहां पर असहायों को कपड़े डोनेट किए जाएंगे।
काशी में महकेगा गोरखपुर
एमएमएमयूटी पढ़ाई के साथ ही सोशल वर्क में भी आगे रहता है। एमएमएमयूटी में राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े स्टूडेंट्स गोरखपुर के रूरल इलाकों के स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ाते भी हैं। महीने में एक दिन स्टूडेंट्स की टीम सरकारी स्कूलों में जाकर बच्चों से अपना एक्सपीरियंस शेयर करते रहते हैं। इस बार भी परार्थ प्रोग्राम में राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े स्टूडेंट्स बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। एमएमएमयूटी में बने कपड़ों के बैंक में सप्ताह भर के अंदर ही सैकड़ों कपड़े कलेक्ट कर लिए गए हैं। एमएमएमयूटी की इस पहल से काशी में गोरखपुर का महत्व और बढ़ेगा।
सीएम को जोड़कर बनाएंगे सफल अभियान
राष्ट्रीय सेवा योजना के कोआर्डिनेटर प्रो। अवधेश कुमार ने बताया कि स्टूडेंट्स इस अभियान से आम पब्लिक को भी जोडऩे का प्रयास करेंगे। साथ ही प्रदेश की राज्यपाल, सीएम, सांसद, मेयर, डीएम और अन्य जनप्रतिनिधियों से भी सम्पर्क साधने की कोशिश करेगी। टीम उनसे इस अभियान में जुडऩे का निवेदन करेगी। जिससे इस महादान के अभियान को सफल बनाया जा सके।
बैंक में आ रहे खेल-कूद के सामान
इस अभियान के तहत सबसे पहले एमएमएमयूटी में बने बैंक में महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष सरोज पांडेय ने 50 कपड़े डोनेट किए हैं। इसके साथ ही वीसी प्रो। जेपी पांडेय के परिवार की तरफ से बच्चों के खेल कूद के सामान भी बैंक में आ चुके हैं। इस पहल से असहाय छोटे बच्चे से लगाए बड़े, बुजुर्गों की हेल्प की जाएगी।
इस तरह चलेगा प्रोग्राम
एमएमएमयूटी में परार्थ प्रोग्राम के तहत एक कपड़ों का बैंक बनाया गया है। 14 अप्रैल से 14 मई तक ये प्रोग्राम चलेगा। पहले तीन सप्ताह तक इस प्रोग्राम के तहत सभी जगहों से कपड़े कलेक्ट किए जाएंगे। लास्ट सप्ताह में गोरखपुर और काशी में सेलेक्ट किए गए जगहों पर जाकर असहायों को कपड़े और अन्य जरूरतों के सामान डोनेट किए जाएंगे।
परार्थ प्रोग्राम के तहत कपड़े कलेक्ट किए जा रहे हैं। इस प्रोग्राम के तहत कपड़ों के अलावा भी अन्य जरूरत के सामानों को भी डोनेट कर सकते हैं। ये जरूरतमंदो और असहायों के लिए ये पहल की गई है।
प्रो। अवधेश कुमार, कोआर्डिनेटर