- घंटाघर से निकलने वाली आरएसएस की परंपरागत शोभायात्रा से पहले सीएम ने खेली होली
- देश को गंदगी, जातिवाद, भ्रष्टाचार, अराजकता, अत्याचार से मुक्त कराने का दिलाया संकल्प
GORAKHPUR: होली के दिन निकलने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की परम्परागत भगवान नरसिंह शोभायात्रा निकाली गई। मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ इस परंपरागत कार्यक्रम में शामिल जरूर हुए, लेकिन सुरक्षा कारणों से वह शोभायात्रा के साथ नहीं निकल सके। इससे शहरवासियों में थोड़ा मायूसी जरूर रही, लेकिन बावजूद इसके लोगों ने होली को सेलिब्रेट करने के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। शुक्रवार को घंटाघर पहुंचे सीएम ने श्रद्धालुओं को होली की शुभकानाएं और आशीर्वाद देने के बाद अबीर-गुलाल उड़ा कर वहीं पर होली खेली।
दो दिन में सिमटी होली
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां पहुंचकर भगवान नरसिंह की आरती उतारी। हजारों की संख्या में आए श्रद्धालुओं को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए इस पर्व को शांति-सौहार्द, आस्था और पवित्रता के साथ मनाएं। उन्होंने कहा कि हजारों वषरें से होली के पर्व को मनाते आए हैं। सामाजिक समता और सामाजिक सौहार्द के इस पर्व को उल्लास के साथ एक सप्ताह तक मनाया जाता था, लेकिन बदलते समय में यह त्यौहार दो दिन में सिमट गया है। यह दो दिन का पर्व भी बहुत ही महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि होलिका दहन व्यक्तिगत जीवन एवं सामाजिक जीवन में आई विकृति को दूर होने का पर्व है।
हुड़दगंई का प्रतीक न बनें होली
योगी ने हिदायत भी दी कि होली को हुड़दगई का प्रतीक न बनाएं। कोशिश करें कि यह पर्व अनंतकाल तक आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनी रही। उन्होंने कहा कि अनुशासित समाज अनंतकाल तक समृद्धि हासिल करता है। रंग-गुलाल होली खेले लेकिन कीचड़ न फेकें। अनुशासित ढंग से इस पर्व की मर्यादा को बनाए रखे। जाति एवं संप्रदाय का भेदभाव मिटा कर भारत की एकता और अखंडता के लिए इस पर्व को शांति और सौहार्द के साथ मनाएं।
ये रहे मौजूद
महंत रामबिलास वेंदाती, महंत संतोष, सतुआन महराज, संघ के मुकेश खांडेकर, विधायक विपिन सिंह, मेयर सीताराम अग्रवाल, आरएसएस के विभाग कुटुंब परिवार प्रबोधन प्रदीप, विभाग प्रचारक बैरिस्टर, विभाग कारवां समिति आत्मा सिंह, प्रांत संपर्क अरुण मल्ल, शैलेश, विनोद, शक्ति, जयप्रकाश कुशवाहा, संतोष, नंद किशोर, अरुणेश शाही सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
सुरक्षा के थे व्यापक प्रबंध
यात्रा में इस बार सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। भगवान नरसिंह की यह शोभा यात्रा गुलाल खेलते हुए घंटाघर से शुरू हुई। मदरसा चौक, लालडिग्गी, मिर्जापुर, घासी कटरा, जाफरा बाजार, चरण लाल चौक, आर्यनगर, बक्शीपुर, नखास चौक, रेती चौक होते हुए घंटाघर लौटकर समाप्त हुई। श्रीहोलिकोत्सव समिति ने शोभा यात्रा में नशा करके आने वाले लोगों पर पूरी तरह रोक लगा रखी थी। शोभा यात्रा में काले और नीले रंग का प्रयोग और गुब्बारा भी वर्जित रहा।