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- शासन के आदेश पर कक्षा 6 से 8वीं तक की छात्राओं को किया जाएगा योजना में शामिल

- जनवरी से दी जाएगी स्पेशल ट्रेनिंग, महिलाओं को अवेयर करेंगी शक्ति परियां

GORAKHPUR: स्कूल आती-जाती छात्राओं को छेड़ने वाले शोहदों की अब खैर नहीं है। हाईस्कूल व इंटर की छात्राओं के बाद अब कक्षा 6 से 8 तक की छात्राओं को भी मीना मंच के जरिए पावर एंजल-शक्ति परी कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा। इसके लिए उन्हें स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी जो जनवरी माह के पहले हफ्ते से शुरू होगी। ट्रेनिंग के बाद यह छात्राएं अपने-अपने स्कूल्स में अन्य छात्रों व विभिन्न सेक्टरों से जुड़कर शोहदों को सबक सिखाएंगी और सभी को जागरूक करेंगी।

हर ब्लॉक से तीन छात्राएं

राज्य परियोजना निदेशक के निर्देश पर परिषदीय स्कूल्स की कक्षा 6 से 8 तक की छात्राओं को भी शक्ति परी बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए हर ब्लॉक से तीन-तीन छात्राओं का चयन किया गया है। इन छात्राओं को जिला स्तर पर कैंप लगाकर ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए महिला पुलिस, महिला अधिवक्ता, महिला चिकित्सक, 1090 की एक महिला कर्मचारी और मास्टर ट्रेनर विवेक जायसवाल को नियुक्त किया गया है।

महिलाओं को देंगी जानकारी

महिलाओं के बढ़ते उत्पीड़न की शिकायत को देखते हुए वुमन पावर लाइन के बाद सरकार ने पावर एंजल-शक्ति परी योजना का शुभारंभ किया। इसके तहत अब तक कक्षा 9 से बीए तक की छात्राओं को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया था। अब इस कड़ी में निचली कक्षाओं की छात्राओं को भी जोड़ा जा रहा है। इन्हें बताया जाएगा कि अगर किसी महिला के साथ अन्याय हो रहा हो तो उसकी जानकारी 1090 के साथ पुलिस अधिकारियों को भी बताएं। ट्रेनिंग के बाद यह छात्राएं अपने आस-पास की महिलाओं को जानकारी देने का काम करेंगी।

बनाया जाएगा ग्रुप

निचली कक्षाओं की छात्राओं के पास मोबाइल की सुविधा न होने के चलते शासन ने छात्राओं का गु्रप बनाए जाने को कहा है। इसकी मॉनिटरिंग एक शिक्षिका को दी जाएगी। जो पुलिस अधिकारियों से लेकर 1090 तक अपनी शिकायतें दर्ज कराएंगी।

वर्जन

हर ब्लॉक से छात्राओं का चयन किया जा चुका है। इनकी ट्रेनिंग जनवरी में शुरू होगी। मॉनिटरिंग के लिए शिक्षिकाओं को भी चयनित किया गया है।

- विवेक जायसवाल, जिला सहसमन्वयक, सर्वशिक्षा अभियान