-थर्सडे को शहर की रफ्तार पर लगा ब्रेक

-साढ़े नौ बजे स्कूल, ऑफिस, मार्केट सब खुलेंगे एक साथ तो लगेगा जाम

GORAKHPUR: ये शहर जाम क्यों है भाई? क्या शहर में कोई बड़ा प्रोग्राम है? क्या शहर में ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है? आज तो सोमवार भी नहीं है। फिर आखिर ये शहर जाम क्यों है? ऐसे कई सवाल हर उस शख्स के दिमाग में गूंज रहा था, जो थर्सडे को सड़क पर निकले थे। क्योंकि चौराहे क्या मोहल्ले की गलियां भी जाम थी। मिनटों का रास्ता गाडि़यां घंटों में तय कर रही थी। पूरा शहर जाम था। ऐसा लग रहा था जैसे हर तरफ किसी ने गाडि़यों पर ब्रेक लगा दिया हो। कोई जाम का कारण मौसम को मान रहा था तो कोई सड़क पर निकल रहे जुलूस को तो किसी का मानना था कि चेंज हुई स्कूल टाइमिंग मेन रीजन है।

और थम गई रफ्तार

जितनी तेजी से मौसम का रुख चेंज हो रहा है उतनी ही तेजी से थर्सडे को सड़क का नजारा चेंज हुआ। सुबह 9 बजे तक सड़कों पर जहां सन्नाटा पसरा था, वहीं साढ़े नौ बजते ही फर्राटा भरना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया। गोलघर, बेतियाहाता, गांधी गली, गणेश चौराहा, काली मंदिर, विजय चौक, बैंक रोड, जुबिली रोड, शास्त्री चौक, अंबेडकर चौराहा, फिराक गोरखपुरी चौराहा, यूनिवर्सिटी चौराहा, धर्मशाला चौराहा, असुरन चौराहा, गोरखनाथ समेत सिटी के लगभग सभी चौराहों पर जाम लग गया। धीरे-धीरे चौराहों का जाम गलियों तक जा पहुंचा और शहर की रफ्तार पूरी तरह थम गई। हालांकि ट्रैफिक पुलिस के मोर्चा संभालने से ट्रैफिक पूरी तरह थमने के बजाए रेंगता नजर आया। मगर इस कड़ाके की ठंड और जाम ने लोगों को खूब परेशान किया।

ऐसे तो रोज लगेगा जाम

थर्सडे का जो नजारा था, वह शायद मंडे जाम में भी कभी नजर नहीं आया। आख्रिर ऐसा क्या हो गया कि शहर पूरी तरह जाम की गिरफ्त में जकड़ गया। क्योंकि कई इफेक्ट ने एक साथ मिल कर शहर को जाम कर दिया। ठंड से वाहन की रफ्तार धीमी पड़ गई है तो एक ही टाइमिंग पर सभी लोगों के निकलने से थोड़ी ही देर में जाम की स्थिति बन जा रही है। ठंड के कारण स्कूल, कॉलेज की टाइमिंग क्0 बजे कर दी गई है। सरकारी स्कूल आलरेडी क्0 बजे हैं। सरकारी हो या प्राइवेट सभी ऑफिस में पहुंचने की टाइमिंग क्0 बजे है। सिटी की सभी मार्केट सुबह क्0 बजे खुलती है। वहीं थर्सडे को एक प्रोग्राम के तहत सड़क पर जुलूस भी निकाला गया। मतलब एक साथ हजारों लोग, गाडि़यां, बस साढ़े नौ बजे सड़क पर उतर रही है, इससे जाम लगना तय है।

वर्जन-

थर्सडे को बहुत बुरा जाम लगा था। इस जाम से स्टूडेंट्स के साथ सभी लोग परेशान हुए थे। क्योंकि एक टाइम पर ही प्राइवेट स्कूल, सरकारी स्कूल, ऑफिस और मार्केट खुल रही है। इससे अचानक सड़क पर एक साथ गाडि़यां आ रही है, मतलब जाम लगना तय है। इसलिए सभी की टाइमिंग में चेंज जरूरी है।

पीसी श्रीवास्तव, प्रेसिडेंट स्कूल एसोसिएशन

जाम मंडे की तो आम प्रॉब्लम है, मगर थर्सडे को इस जाम ने बहुत परेशान किया। सभी चौराहे और गलियां जाम थी। इससे समय पर निकलने के बावजूद लोग लेट पहुंच रहे थे। वहीं लगातार बढ़ रही गलन ने लोगों को और बुरा हाल कर दिया।

अजय द्विवेदी, सोशल वर्कर