- शारदीय नवरात्रि के छठवें दिन दोपहर में शुभ मुहूर्त में खुला पट
- पूजा पंडालों में लगी भीड़, सप्तमी, अष्टमी और नवमी तीन दिन रहेगा मेला
GORAKHPUR: दस दिवसीय शारदीय नवरात्र के छठवें दिन शुभ मुहूर्त में मां की प्रतिमाओं के पट खुले तो पूरा शहर ही दर्शन को उमड़ पड़ा। पट खुलने के इंतजार में बैठे लोग रोड पर निकल पड़े और पूजा पंडालों में मां की प्रतिमाओं का दर्शन कर आशीर्वाद लिया। शुक्रवार को दोपहर से ही शहर में मेला का माहौल बनने लगा। देर रात प्रतिमाओं के दर्शन के लिए पूजा पंडालों में भी उमड़ पड़ी। सप्तमी, अष्टमी और नवमी को शहरवासी प्रतिमा दर्शन के साथ ही मेले का आनंद लेंगे।
आशीष की बारिश
शारदीय नवरात्र में नौ दिन उपवास रखने वाले श्रद्धालु के साथ ही आम लोग भी मां की प्रतिमाओं के पट खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। छठवें दिन (षष्ठी) मूलनक्षत्र युक्त सप्तमी में शुक्रवार दोपहर 3.30 बजे के बाद से पंडाल में सजी मां की प्रतिमाओं के पट विधि-विधान से खोले गए। इस दौरान श्रद्धालु मां दुर्गा के जयकारे लगा रहे थे। पं। शरद चंद्र मिश्रा बताते हैं कि दोपहर 3.30 बजे सप्तमी लग रहा है। ऐसे में मां का पट खोले जाने का उत्तम समय है। उत्तम समय शनिवार यानी आठ अक्टूबर (अष्टमी) दोपहर 1.42 बजे तक के लिए है।
मेले में उमड़ी भीड़
सिटी के प्रमुख चौराहे व गली मोहल्ले में सजे पंडाल में लगी मां दुर्गा के पट खुलते ही मेले जैसा माहौल हो गया। मां के पट खुलते ही रेलवे स्टेशन रोड, कूड़ाघाट, असुरन चौक, रूस्तमपुर, धर्मशाला बाजार, दुर्गाबाड़ी, कोतवाली रोड, मेडिकल कॉलेज रोड, पिपराइच रोड, बेतियाहाता आदि जगहों पर मेले का आयोजन शुरू हो चुका है, हर साल की तरह इस बार भी सप्तमी, अष्ठमी व नवमी में उमड़ने वाली भीड़ के लिए मेले में बहुत कुछ खास देखने को मिलेंगे। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को मोहद्दीपुर से लगाए कूड़ाघाट तक विभिन्न प्रकार से आकर्षक पंडाल नजर आ रहे हैं। वहीं स्वचालित सीढि़यों पर मां दुर्गा के दर्शन भक्त जन कर रहे हैं। यहीं नहीं मां वैष्णो देवी की गुफा में भी भक्तों को जाने का सुनहरा मौका मिला है। भयभीत करने वाला राक्षस जहां छोटे-छोटे बच्चों को आकर्षित कर रहा है वहीं मेले में तमाम तरह के आयोजकों ने भी डेरा डाल लिया है।