- तत्काल टिकट दलालों की धरपकड़ के लिए जंक्शन के पीआरएस पर सीआईबी ने मारा छापा
- मुखबिर की सूचना पर सीआईबी टीम ने मारा था छापा, फरार होने में कामयाब रहे शातिर
GORAKHPUR: रिजर्वेशन टिकट में तत्काल का खेल आज भी जारी है। शातिर इस कदर मज चुके हैं कि अब उन्हें किसी तरह का डर नहीं रह गया। हालत यह है कि होने वाली कार्रवाई की आहट उन तक पहले ही पहुंच जा रही है। वेंस्डे भोर में शातिरों को धर दबोचने के लिए सीआईबी की प्लानिंग ढेर हो गई। 'तत्काल के खिलाडि़यों' तक पीआरएस पर रेड की सूचना पहले ही पहुंच जाने से सीआईबी को खाली हाथ लौटना पड़ा।
मुखबिर की सूचना पर मारी थी रेड
तत्काल टिकट न मिलने पर लगातार शिकायतें की जा रही थीं। सीआईबी से जुड़े सोर्सेज की मानें तो इसकी वजह पीआरएस पर देर रात से तत्काल टिकट दिलाने वाले दलालों का डेरा लग जाना है, इसकी वजह से जेनविन पैसेंजर्स को कंफर्म टिकट ही नहीं मिल पाता। ट्यूज्डे नाइट सीआईबी को यह सूचना मिली कि कुछ टिकट दलाल पीआरएस पर पहुंचे हैं। सूचना मिलने के बाद सीआईबी टीम एक्टिव हो गई और उन्होंने देर रात पीआरएस पर रेड की, लेकिन तत्काल के खिलाड़ी सीआईबी से भी तेज निकले और सीआईबी के पहुंचने से पहले ही वहां से फरार हो गए।
लगातार दबिश दे ही सीआईबी
टिकट दलालों पर लगाम कसने के लिए सीआईबी टीम एक्टिव हो चुकी है। टिकट दलालों के गैंग का पर्दाफाश करने के लिए टीम दिन रात जगह-जगह दबिश दे रही है। इसके बाद भी अब तक उन्हें कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिल सकी है। सीआईबी से जुड़े सोर्सेज की मानें तो टिकट दलाल पिछले कई दिनों से जरूरतमंद पैसेंजर्स को तत्काल टिकट दिलाने के लिए पहले से ही पैसा और रिजर्वेशन फॉर्म भरवा ले रहे हैं और सुबह 10 बजे तत्काल टिकट दिलाकर मोटी कमाई कर रहे हैं।
बुकिंग कलर्क भी शक के घेरे में
सीआईबी की मानें तो इस खेल में न सिर्फ तत्काल टिकट दलाल शामिल हैं, बल्कि इस खेल में पीआरएस पर तैनात बुकिंग कलर्क भी सीआईबी के निशाने पर हैं। सोर्सेज की मानें तो इससे पहले जो भी तत्काल टिकट दलाल पकड़े गए थे, उन्होंने पूछताछ में यह बात कबूल की थी कि वह बुकिंग क्लर्क की मदद से तत्काल टिकट हासिल करते हैं। काफी दिन बाद फिर से पीआरएस पर फिर से तत्काल टिकटों के दलाल एक्टिव हो चुके हैं। सीआईबी ने जल्द ही तत्काल टिकट्स के सौदागरों को सलाखों के पीछे भेजने का दावा किया है।
सो रही रेलवे विजिलेंस
एक तरफ जहां सीआईबी लगातार छापेमारी कर रही है, वहीं एनई रेलवे विजिलेंस टीम इस खेल से वाकिफ होने के बाद भी सोई हुई है। विजलेस टीम की ओर से न तो कोई कार्रवाई की गई है और न ही अब तक उन्होंने कोई बड़ी कामयाबी हासिल की है। वहीं दूसरी ओर रेलवे आरपीएफ प्रभारी नरेंद्र कुमार मानें तो पीआरएस पर तत्काल टिकट दलालों पर नकेल कसने के लिए पूरी तरह से निगरानी की जा रही है। इसके लिए एक टीम भी बनाई गई है। जो अलग-अलग टाइम पर छापेमारी का काम कर रही है। जल्द ही इस मामले में जुड़े टिकट दलालों को पकड़ लिया जाएगा।
पीआरएस पर तत्काल टिकट दलालों को पकड़ने के लिए टीम लगातार छापेमारी कर रही है। जल्द ही पकड़ में आ जाएंगे।
अनिरुद्ध चौधरी, असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर, आरपीएफ