- ब्रिटिश काल में बने गिरजाघरों में क्रिसमस सेलिब्रेशन को लेकर तैयारियां जोरों पर
- घर-घर जाकर लोग कर रहे हैं कैरल सिंगिंग का आयोजन
GORKHPUR: क्रिसमस करीब आने के साथ ही सिटी के गिरजाघरों में भी तैयारियां आखिरी चरण में हैं। प्रभु यीशु के जन्मदिन सेलिब्रेशन को लेकर क्रिश्चयन सोसायटी के लोग खासे उत्साहित हैं। ऑल इंडिया कैथोलिक हायर एजुकेशन के सेक्रेटरी फादर जोस मंजियिल बताते हैं कि प्रभु यीशु के जन्मदिन को सेलिब्रेट करने के लिए क्ख् दिसंबर से ही कार्यक्रम शुरू हो जाते हैं। कैरल सिंगिंग के साथ शुरू यह त्योहार प्रभु यीशु के जन्म दिवस मनाने के बाद समाप्त हो जाता है। इस बीच गिरजाघरों में लोग ज्यादातर समय प्रार्थना और बाइबिल की विशेष पढ़ाई करते हैं। उपवास और परहेज के साथ-साथ पाप से मुक्ति के लिए क्षमा याचना की जाती है। आई नेक्स्ट ने सिटी के कुछ पुराने गिराजाघरों में क्रिसमस सेलिब्रेशन का जायजा लिया।
प्लेस - बशारतपुर
- क्9क् वर्ष पुराना
बशारतपुर चर्च सिटी का सबसे पुराना चर्च है। इसकी स्थापना क्8ख्फ् में हुई थी। तब से लेकर आज तक इस चर्च में बड़े ही धूमधाम से क्रिसमस सेलिब्रेट किया जाता है। इस चर्च के पादरी संजय विनसेंट बताते हैं कि प्रभु यीशु मसीह के जन्मदिन को सेलिब्रेट करने के लिए पहले से ही तैयारियां कर ली जाती हैं। सेलिब्रेशन के दौरान यूथ फेलोशिप क्रिसमस ट्री, वॉच नाइट कंबाइंड होली कॉम्यूनियन सर्विस, क्रिसमस डे होली काम्यूनियन, कैंप फायर, विजिट टू लेप्रोसी हॉस्पिटल आदि प्रोग्राम ऑर्गेनाइज किए जाते हैं।
प्लेस - असुरन चुंगी, मेडिकल कॉलेज रोड
- क्7म् वर्ष पुराना
द फेलोशिप ऑफ द फ्री बैपटिस चर्च इन नॉर्थ इंडिया के अंतर्गत संचालित इस मसीही कलिशियन चर्च की सबसे खास बात यह है कि प्रभु यीशु के बर्थ डे सेलिब्रेशन के लिए यहां स्पेशल तैयारी की जाती है। ख्भ् दिसंबर को स्पेशल बनाने के लिए जहां चर्च की साफ-सफाई से लगाए एक दूसरे को मोटिवेट करने का सिलसिला शुरू हो जाता है, वहीं लोग डेली कैंडिल जलाने और कैरल सिंगिंग करते है। आजादी से पहले के इस चर्च की हमेशा से ही अपना एक खास महत्व रहा है। ख्क् दिसंबर से ही घर-घर जाकर लोगों को प्रभु यीशु के आने का संदेश दिया जा रहा है।
प्लेस - सिविल लाइंस
- क्भ्ब् वर्ष पुराना
सेंट जोसेफ कॉलेज फॉर वूमंस कैंपस में बने गिरजाघर में आज भी धूमधाम से क्रिसमस डे सेलिब्रेट किया जाता है। ब्रिटीश काल में बना यह गिरजाघर किसी पहचान का मोहताज नहीं है। क्8म्0 के इस गिरजाघर में एक हफ्ते पहले से ही क्रिसमस की तैयारियां शुरू हो जाती है। किसमस सेलिब्रेशन के लिए गिरजाघर को गौ शाला, क्रिसमस ट्री और क्रिसमस स्टार से डेकोरेट किया गया है। साथ ही शाम को कैरल गीत के साथ कैंडिल लाइट के बीच प्रेयर्स का सिलसिला शुरू हो गया है।