गोरखपुर ब्यूरो। कोरोना के केसेज बेदम होते जा रहे हैैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट भी अब रिलैक्स मोड में नजर आ रहा है। हेल्थ डिपार्टमेंट पूरी तरह से सुरक्षा कवच यानी वैक्सीनेशन पर जोर दे रहा है। सीएमओ डॉ। आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि वैक्सीनेशन की देन है कि कोरोना से कैजुअल्टी नहीं हुई है। माइल्ड कोविड की वजह से ही केसेज भले ही बढ़े हैैं, लेकिन होम आइसोलेशन में रहते हुए लोग स्वस्थ भी हो गए हैैं। तीन से पांच दिन में लोग स्वस्थ हुए हैैं। हालांकि पहले की तुलना में हमारे पॉजिटिव केसेज भी काफी हद तक कम हो चुके हैैं।
10 जनवरी से 25 जनवरी तक था पीक
डॉ। दुबे ने बताया कि 10 जनवरी से 25 जनवरी तक कोरोना के केसेज तेजी के साथ बढ़े थे, लेकिन 25 जनवरी के बाद से एक्टिव केसेज में काफी कमी आई है। यही वजह है कि कोरोना की जांच पांच हजार के नीचे पहुंच गई है। एक्टिव केसेज दिन प्रतिदिन कम होते हैैं जा रहे हैैं। संभावना है कि फरवरी अंत तक केसेज कम हो जाएंगे।
रहना होगा एलर्ट
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। एएन प्रसाद ने बताया कि कोरोना के केसेज भले ही कम हो गए हैैं, लेकिन इससे हमें अलर्ट रहना होगा, कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। अगर कहीं से भी हम लापरवाही करते हैैं तो कोरोना की चपेट में आ सकते हैैं।
डेट - कोविड जांच - केस
25 जनवरी - 6481 - 267
26 जनवरी - 1422 - 238
27 जनवरी - 5536 - 147
28 जनवरी - 5139 - 191
29 जनवरी - 5367 - 181
30 जनवरी - 1372 - 106
31 जनवरी - 4863 - 72
1 फरवरी - 5373 - 116
2 फरवरी - 5263 - 75
3 फरवरी - 4919 - 103
कुल - 45,735 - 1496
वर्जन
कोरोना के केसेज कम हुए है, इसलिए जांच भी कम कर दी गई हैं। कोरोना जांच के लिए 5 हजार से कम की जांचें की जा रही है। जैसे-जैसे केसेज कम होंगे। जांच भी कम होंगे। लेकिन तीन हजार तक जांच जारी रखेंगे।
डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ