- रेलवे स्टेशन पर एएचटीयू ने बरामद किए बच्चे
- पुलिस को देखकर भागे कैरियर, चल रही जांच
GORAKHPUR: गोरखपुर जंक्शन से बच्चों की तस्करी का सिलसिला थम नहीं रहा है। बिहार से कर्नाटक ले जाए जा रहे बच्चों को एएचटीयू ने बरामद किया। सेफ सोसाइटी के कार्यकर्ताओं की सूचना पर पुलिस मामले की जांच में जुटी है। बच्चों ने पुलिस को बताया कि 17 लोगों को इकट्ठा किया गया था। उनको एजेंट ने कर्नाटक में फूलों के बाग में नौकरी देने का झांसा दिया था।
गुरुवार शाम प्लेटफार्म नंबर एक के पुराने वेटिंग हाल में पांच संदिग्ध हाल में बच्चे बैठे थे। स्टेशन पर ह्यूमन ट्रैफिंिकंग की निगरानी करने गए सेफ सोसायटी के राकेश ने उन बच्चों से बातचीत की। बताया कि उनको कर्नाटक में काम दिलाया जाएगा। गेंदे के फूलों के बाग में फूल चुनने के काम में लगाया जाएगा।
स्कूली बच्चों की मदद से ले गए थाने
बातचीत के बाद राकेश ने एएचटीयू को सूचना दी। पुलिस टीम पहुंची तो रिक्शा स्टैंड पर बच्चों के साथ मौजूद कुछ लोग खिसक गए। वहां मिले आठ बच्चों को पुलिस अपने साथ ले गई। जांच में बच्चों के पास से आधार कार्ड मिले।
बिहार के रहने वाले सभी बच्चे
पूछताछ में बच्चों ने अपना नाम-पता बताया। उनके पास मिले आधार कार्ड से नाम, पते की पुष्टि हुई। सभी बच्चे पश्चिमी चंपारण जिले के कोटवा, मगही, डेहरी, कुमदिहा गांवों में रहने वाले हैं। उनको अधिक से अधिक मजदूरी दिलाने का झांसा देकर ले लाया जा रहा था। बिहार से बच्चों को कर्नाटक भेजने की जांच एचएचटीयू कर रही है।
रेलवे स्टेशन पर कुछ बच्चे मिले थे। उनसे पूछताछ करके जानकारी ली गई है। बच्चों के मां-बाप से संपर्क साधने की कोशिश चल रही है। बच्चों को मजदूरी के लिए जाने वाले रैकेट की तलाश चल रही है।
भगवानदास, एसआई, एएचटीयू