गोरखपुर (ब्यूरो)।यह प्रॉब्लम ज्यादा ठंड के कारण हो रही है। सावित्री सिंह की तरह कई महिलाएं और युवक भी इस प्रॉब्लम का शिकार हैं। ठंड के मौसम में डॉक्टर इसे सामान्य रोग बताते हैं, लेकिन साथ में जोड़ते हैं कि ज्यादा खुजली करने से होने वाले घाव का समय पर इलाज न हुआ तो यह गैंगरीन भी हो सकता है।
पानी में ज्यादा काम करने वालों को प्रॉब्लम
जिला अस्पताल के चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ। नवीन वर्मा कहते हैं कि, जो लोग पानी में देर तक काम करते हैं, उन्हें ठंड में ज्यादा प्रॉब्लम होती है। ठंडे पानी के कारण उंगलियों में सूजन आने लगती है। ओपीडी में रोजाना 15-20 लोग इस समस्या के साथ पहुंच रहे हैं। इनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। सभी को ठंड से बचने की सलाह दी जा रही है। ठंड खत्म होते ही यह प्रॉब्लम भी दूर हो जाती है।
यह हैं लक्षण
- उंगलियों में सूजन के साथ जलन, तेज दर्द, फफोले पडऩा और खुजली
- खुजली करने पर उंगलियों में घाव
- आग से बिल्कुल सटकर उंगलियों को सेंकने पर दिक्कत और बढ़ जाती है।
- ब्लोअर और हीटर से भी दूर रहकर ही सिकाई करें।
चिल ब्लेन से बचाव
- यदि बर्तन धुलना है या पानी में काम करना है तो पानी गुनगुना रखें।
- ठंड से बचने के लिए दस्ताने व मोजे पहनें, आग के नजदीक पैर-हाथ न सेकें।
- सरसों के तेल को गर्म कर हाथ-पैर की उंगलियों में मालिश करें।
- नाखून से खुजली न करें, किसी साफ कपड़े से हल्के हाथ से खुजली करें और डॉक्टर को दिखाएं।
जो लोग पानी में देर तक काम करते हैं, उन्हें ठंड में ज्यादा प्रॉब्लम होती है। ठंडे पानी के कारण उंगलियों में सूजन आने लगती है। ठंड खत्म होने के साथ यह प्रॉब्लम भी खत्म हो जाती है।
- डॉ। नवीन वर्मा, चर्म रोग विशेषज्ञ