गोरखपुर में एक और कंपनी के खिलाफ सड़क पर उतरी महिलाएं
निवेश के नाम पर फिर धोखा!
- बड़हलगंज एरिया की महिलाओं ने डीएम के यहां की धोखाधड़ी की शिकायत
- इससे पहले भी गोरखपुर में कई चिट फंड कंपनियां लगा चुकी हैं लोगों को चूना
कंपनी पर ये है आरोप
- रियल इंडिया माइक्रोफाइनेंस नाम की कंपनी ने आम लोगों से एक से पांच रुपये में बड़े रिटर्न वाली बीमा पॉलिसी देने का वादा किया।
- एरिया की हजारों महिलाओं ने बड़ा फायदा देखते हुए बड़ी रकम इन्वेस्ट कर कई पॉलिसी लीं।
- अब भुगतान का समय आया तो कंपनी नहीं कर रही है भुगतान।
GORAKHPUR
गोरखपुर में रुपये इन्वेस्ट कर लाखों का फायदा दिलाने के नाम पर एक और कंपनी ने जनता का चूना लगाया है। बुधवार को बड़हलगंज एरिया की दर्जनों महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पहुंच एक माइक्रो फाइनेंस कम्पनी पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। महिलाओं का कहना था कि उनसे बीमा के नाम पर रियल इंडिया माइक्रो फाइनेंस नामक कंपनी ने एक से तीन हजार रुपये जमा कराए। अब कंपनी के लोग मेच्योरिटी की रकम भुगतान करने में नाटक कर रहे हैं।
लाखों रुपए की धोखाधड़ी
महिलाओं ने डीएम को जो पत्रक दिया उसके अनुसार एक व्यक्ति ने अपनी संस्था को राष्ट्रीय महिला कोष से स्वीकृत करा कर बीमा के नाम पर रकम इकठ्ठा करना शुरू किया। कम्पनी के संसारपार मिश्रोली स्थित कार्यालय से आस-पास की दर्जनों महिलाए बतौर एजेंट जुड़ भी गई। इन्होंने आस-पास के गांवों महिलाओं के बचत के रुपये निवेश कराए। देवरियां, आजमगढ़, मऊ, बलिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर की महिलाओं ने भी इसमें रुपये निवेश किए। कंपनी एक लाख के बीमा के लिए दो हजार, दो लाख के बीमा के लिए 3 हजार, तीन लाख के बीमा के लिए 5 हजार की रकम निर्धारित कर रखी थी। आरोप है कि संस्था में अब ढाई हजार से ज्यादा महिलाओं ने लाखों रुपये इन्वेस्ट किए हैं। कई महिलाओं ने कई-कई पॉलिसी ले रखी है।
डीएम से की गुहार
कलेक्ट्रेट पहुंची महिलाओं ने डीएम से इस मामले में हस्तेक्षप करने, कंपनी की जांच कराते हुए निवेश किए गये रुपये वापस दिलाने की मांग की। वहीं, कलेक्ट्रेट परिसर में जनरक्षा माइक्रो फाइनेंस कंपनी से धोखाधड़ी की शिकार महिलाओं का प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। इन महिलाओं ने आरोप लगाया कि ठगी करने वालों की प्रशासन से सांठ-गांठ है। इसी वजह से मुकदमे के बावजूद दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो रही। धरना दे रही रेनू श्रीवास्तव, संगीता गुप्ता, संजोगिता गुप्ता, इंद्रवती देवी, मंजू चौहान, काजल श्रीवास्तव, ममता मिश्रा, मीना देवी आदि ने बताया कि कंपनी संचालक अब भी बेखौफ घूम रहे हैं।
---- साइड स्टोरी -------
प्रदर्शन के साथ कम्पनी के एमडी व डायरेक्टर में ही भिड़त
रियल इंडिया माइक्रो फाइनेंस के खिलाफ महिलाओं के प्रदर्शन के बाद कंपनी के एमडी और डायरेक्टर ही आपस में भिड़ गए हैं। कंपनी के एमडी श्रवण कुमार ने प्रेस कान्फ्रेंस कर बताया कि कंपनी के डायरेक्टर डा। एएन चौबे ने मुझसे लिखित समझौता किया था जिसे उन्होंने तोड़ दिया। इसी वजह से कंपनी की छवि धूमिल हो रही है। कंपनी को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
मुझे ही ठग लिया गया: डॉ चौबे
दूसरी ओर डायरेक्टर रह चुके डा। एएन चौबे ने अपने बयान में आरोप लगाया कि एमडी श्रवण कुमार आर्या ने मुझे धोखे में रखते हुए डायरेक्टर बनाकर खुद मेरे साथ आर्थिक रूप से धोखाधड़ी की। मुझसे आर्थिक रूप से दबी महिलाओं की मदद के नाम पर 40 लाख रुपये लिए और पूरी रकम लौटा भी नहीं रहे। उसकी कारगुजारियों की खबर मिलने पर ही मैंने काफी पहले निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था। साथ में न्यायालय में आर्थिक गबन आदि के विरूद्ध एफआईआर के लिए दरख्वास्त भी दी। डॉ। चौबे ने कहा कि मेरा इस कंपनी से कोई लेना देना नहीं है, ये बात मैंने समाचार पत्र में विज्ञापित भी कराया। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि श्रवण कुमार ने मेरी साख और नाम का बेजा इस्तेमाल करते हुए आम लोगों के साथ धोखाधड़ी की है।