- जर्जर हो चुका भवन, गेट पर लटका रहता है ताला

- कई बार शिकायत पर भी नहीं स्वास्थ्य विभाग नहीं दे रहा ध्यान

URUVA\\DHURIYAPAR: क्षेत्र के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए बना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उरुवा खुद बीमार पड़ा है। रखरखाव के अभाव में स्वास्थ्य केंद्र भवन की हालत खस्ता हो गई है। विभागीय लापरवाही का आलम ये है कि भवन के चारों तरफ बड़ी-बड़ी झाडि़यां उग आई हैं। ग्रामीणों ने कई बार मुख्य चिकित्साधिकारी गोरखपुर से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तक से शिकायत की लेकिन हालात नहीं सुधरे।

लोगों की कुर्बानी भी बेकार

सामुदायिक सवास्थ्य केंद्र बनने के लिए यहां के लोगों ने भी कुर्बानी दी है। पहले इस केंद्र को उरुवा बाजार में बनाया जाना था। पर वहां भूमि ना मिलने पर शासन ने अराव जगदीश गांव में इसे बनाने की मंजूरी दी। यहां पर भी जमीन कम पड़ने पर गांव के लाल साहब सिंह, रामसिंह, रामानंद, रामछबिले, प्रमोद, जीतन, रामू, जितेन्द्र, महेंद्र, कृष्ण मोहन, बलिराम सिंह आदि लोगों ने स्वेच्छा से जनहित में अपनी जमीन दे दी। इसके अलावा लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र बनते समय श्रमदान भी किया।

करोड़ों खर्च पर नतीजा बेकार

इस स्वास्थ्य केंद्र के लिए सरकार ने तीन एकड़ 66 डिस्मिल जमीन पर केवल भवन बनाने में तीन करोड़ 39 लाख खर्च किए थे। इसमें चिकित्सकों के आवास, पानी टंकी, शौचालय आदि के लिए अलग से धन दिया गया। इसके बावजूद शुरूहोने के बाद ही ये केंद्र विभाग की उपेक्षा का शिकार होता चला गया। वर्तमान हालात ये हैं कि यहां ना तो चिकित्सक है न ही कोई सुविधा।

चौकीदार तक को नहीं मिलते पैसे

स्वास्थ्य केंद्र की देखरेख के लिए विभाग ने गांव के ही एक व्यक्ति को अस्थायी चौकीदार रखा है। लेकिन अव्यवस्था का हाल ये है कि उसे तक तनख्वाह नहीं मिल रही। रणविजय नामक इस व्यक्ति ने बताया कि चार महीने से वह यहां तैनात है लेकिन उसे अब तक पैसे नहीं मिले। वहीं, गांव के जितेंद्र सिंह, राम सिंह, सुरेंद्र सिंह आदि लोगों ने इसे जल्द शुरू करवाने की मांग की है।