- बड़हलगंज के चर्चित तेजाब कांड का करीब एक साल बाद हुआ खुलासा
- पुलिस की जांच में कहानी आई सामने, आरोपी बहू की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज
GORAKHPUR: मार्च 2015 में हुए बहु चर्चित बड़हलगंज तेजाब कांड में आखिरकार पुलिस की जांच एक साल बाद नतीजे पर पहुंच ही गई। पुलिस की माने तो बुजुर्ग सौतेली सास को तेजाब से जला कर मारने में किसी और नहीं बल्कि उसकी बहू का ही हाथ था। इस खुलासे के साथ ही पुलिस ने आरोपी बहू की गिरफ्तारी का प्रयास तेज कर दिया है। पुलिस का कहना है पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही बहू शक के दायरे में आ गई थी लेकिन ठोस सबूतों के अभाव में पुलिस टीम को लम्बा इंतजार करना पड़ा। फॉरेंसिक जांच टीम ने घर में मिले क्लू पर मुहर लगा दी है। एसपी ग्रामीण ने कहा कि विवेचना पूरी करके चार्जशीट जल्द ही फाइल कर दी जाएगी।
ये था पूरा मामला
बड़हलगंज कस्बे के फेमस बिजनेसमैन संतोष अग्रवाल का निधन हो चुका है। उनके बड़े बेटे अंकित कुमार और छोटे आशुतोष उर्फ सुशील बिजनेस करते हैं। नौ मार्च 2015 को मार्केट बंद होने पर दोनों भाई अपने चाचा के साथ गोरखपुर खरीदारी करने चले आए। दोपहर में अंकित की पत्नी शिल्पी ने फोन करके घर में बदमाशों के हमले और लूटपाट की सूचना दी। शिल्पी ने फोन पर ही पति को बताया कि घर में घुसे बदमाशों ने बुजुर्ग सास बिंदू देवी उर्फ विंदेश्वरी के ऊपर तेजाब भी डाला जिससे उनकी मौत हो गई है। साथ ही घर में रखे गहने और नकदी लूट ले गए हैं। तेजाब के हमले में शिल्पी भी झुलसी थी जिसे प्राइवेट नर्सिग होम में एडमिट कराया गया। आशुतोष ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कराया।
बहू पर टिकी शक की सुई
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। डॉक्टरों ने पोस्ट मर्डर एसिड बर्न इंजरी बताई। कहा बुजुर्ग महिला की गला दबाकर हत्या करने के बाद तेजाब डाला गया था। महिला के मुंह में मूंगफली के दाने मिले थे। डेडबॉडी के नीचे शिल्पी की अंगूठी भी मिली थी जिससे शक गहरा हुआ। जिस एक लाख 20 हजार रुपए की लूट बताई जा रही थी, वह रकम बैंक में जमा कराने के सुराग भी मिले।
हाई प्रोफाइल मामले में दबाव
सूत्र बताते हैं कि बड़हलगंज पुलिस को शुरूआती जांच में ही काफी कुछ पता चल गया था लेकिन हाई प्रोफाइल फैमिली से मामला जुड़ा होने के कारण पुलिस खुलासे से बचती रही। जांच में ये भी पता चला कि सास-बहू में बिलकुल नहीं बनती नहीं थी। मां सौतेला थी लिहाजा सास-बहू के रिश्ते में तल्खी ज्यादा थी। घटना के बाद उपचार के बहाने शिल्पी वाराणसी गई। फिर वहां से दिल्ली और जबलपुर चली गई।
इस आधार पर पुलिस का दावा
- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत के बाद तेजाब से जलाने की पुष्टि
- फर्श से लेकर ऊपर कमरे तक केवल शिल्पी के पैरों के निशान
- मुंह-नाक में मूंगफली के दाने मिले थे यानि हमला अचानक हुआ था
- बुजुर्ग की डेड बॉडी के नीचे शिल्पी की अंगूठी का मिलना।
- ज्वेलरी की दुकान से तेजाब की शीशी खरीदने का सबूत
- लूट वाली रकम को बैंक में जमा कराने के तथ्य सामने आना
- फॉरेसिंक जांच में फिंगर प्रिंट्स और अन्य सबूत
- सास और बहू के बीच प्रापर्टी को लेकर चल रहा
सास की हत्या में बहू का हाथ मिला है। बहू ने हत्या की साजिश रची। जांच पड़ताल में उसके खिलाफ सबूत मिले हैं। पुलिस इस मामले में आरोपी बहू की गिरफ्तार करेगी।
-ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण