- चटख धूप के नाते तेजी से बढ़ेंगे पौधे, लेकिन फसल के कल्ले निकलेंगे कम
GORAKHPUR: कोहरे और ठंड के चलते परेशान लोगों को तीन दिन से हो रही लगातार धूप से राहत तो मिली है लेकिन यह हालात फसलों के हक में नहीं है। धूप से फसलों में वृद्धि तो होगी लेकिन कल्ले कम निकलेंगे। इसका मतलब यह हुआ कि पैदावार कम हो जाएगा। पिछले दो वर्षो से कभी सूखा तो कभी बेमौसम की बारिश और ओले से किसान परेशान हैं। औसत से कम पर नियमित अंतराल के बाद हुई बारिश से खरीफ का सीजन कुछ ठीक रहा पर रबी की फसल की उम्मीदों पर नोटबंदी भारी पड़ गई। रही-सही कसर दिसंबर का अप्रत्याशित मौसम पूरी करने पर आमादा है।
कमजोर होंगे फसल के दाने
दिसंबर के पहले पखवाड़ा में अधिकतम तापमान अप्रत्याशित रूप से नीचे रहा। यह समय से बोई गई सरसों और मटर में फूल आने का समय होता है। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ। एसके तोमर के अनुसार औसत से कम तापमान और लगातार कोहरे के नाते ये फसलें प्रभावित हुई हैं। सीजन की मुख्य फसल गेहूं है। इस समय पौध में कल्ले निकलने का समय है। पौधे में कल्ले की संख्या पर ही उपज निर्भर करती है।
पैदावार पर पड़ेगा असर
कृषि वैज्ञानिक डॉ। तोमर और गोरखपुर के जिला कृषि अधिकारी अरविंद चौधरी के अनुसार पौधों में अधिक से अधिक कल्ले निकलें इसके लिए जरूरी है कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान का औसत 18 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहे। तीखी धूप के नाते तापमान अगर इससे अधिक होता है तो पौधों की बढ़वार तो तेज होगी पर कल्ले कम निकलेंगे। इसका सीधा असर पैदावार पर पड़ेगा। पिछले दिनों चटख धूप के साथ जिस तरह अधिकतम तापमान अप्रत्याशित रूप से बढ़ा है। वह सिलसिला अगर 5-6 दिन और रह गया तो समय से बोई गई गेंहू की फसल समय से पहले फूट सकती है। ऐसी फसल के दाने कमजोर होंगे।
प्रभावित फसलें
- मटर
- गेहूं
- सरसों