- फ्राइडे को एसएसपी के निर्देश पर दर्ज हुई थी रिपोर्ट
- एफआईआर दर्ज होने के बाद सैटर्डे को फिर आई धमकी भरी कॉल
GORAKHPUR: अपराधी इतने बैखौफ हो चुके हैं कि वे एक नहीं बार बार रंगदारी मांगते है। जो विक्टिम है वो न्याय के लिए पुलिस अफसरों की चौखट खटखटाते हैं, लेकिन रंगदार उनसे दोबारा रंगदारी मांगकर यह साबित कर देते हैं कि पुलिस उनका कुछ नहींकर सकती है। फ्राइडे को नगर पंचायत चैयरमैन से रंगदारी में लगातार उन्हें दूसरे दिन फिर धमकी मिली। ये पहला मामला नहींहै जब रंगदारों ने दोबारा रंगदारी मांगी है। समाधान डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक और कलर्स शोरूम के ओनर के मामले में भी ऐसा हुआ था। दोनों ही मामलों में रंगदारों ने पुलिस को धता बताते हुए दोबारा रंगदारी मांगी थी।
एक बार फिर दी धमकी
रंगदारी की शिकायत दर्ज कराने के चौबीस घंटे के भीतर पुलिस का एक्शन तो शून्य रहा लेकिन बदमाशों ने एक बार फिर चेयरमैन को धमकी देकर हड़कंप मचा दिया। बदमाशों ने इस बार रंगदारी मांगने के साथ-साथ पुलिस से इसकी शिकायत करने पर नतीजा भुगतने की भी धमकी दी है। गोला के चेयरमैन ने सैटर्डे को फिर इस मामले की शिकायत पुलिस से की है।
फ्राइडे को एसएसपी से की थी शिकायत
गोला के चेयरमैन ज्वेलर गिरधारी लाल को बाराबंकी जेल में बंद चंदन सिंह के नाम पर राणा सिंह नाम का युवक फोन पर रंगदारी के लिए धमकी दे रहा था। उसने लगातार तीन कॉल कर धमकी दी थी। फोन करने वाले ने गिरधारी लाल से कहा था कि बाराबंकी जेल में जाकर चंदन से मुलाकात करो नहीं तो गोलियों से भून दिया जाएगा। चेयरमैन ने इसकी शिकायत फ्राइडे को एसएसपी आर.के भारद्वाज से की थी। एसएसपी के निर्देश पर गोला पुलिस ने राणा सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया था।
चौबीस घंटे के भीतर दोबारा आई धमकी की कॉल
गिरधारी लाल की शिकायत पर गोला पुलिस ने रंगदारी मांगने और धमकी देने के मामले में केस दर्ज कर लिया था लेकिन चौबीस घंटे भी नहीं बीते थे कि चेयरमैन को सैटर्डे को फिर राणा सिंह नाम के युवक ने कॉल कर धमकी दी। इस बार उसने दूसरे नंबर से कॉल की थी। उसने धमकी दी कि पुलिस के पास जाने का अंजाम भुगतना पड़ेगा। फोन पर धमकी मिलने के बाद चेयरमैन ने इसकी सूचना गोला पुलिस को दी। पुलिस दूसरे नंबर की भी डिटेल खंगाली रही है।
डायग्नोस्टिक सेंटर पर दागी गोलियां
समाधान डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक और कलर्स शोरूम के ऑनर से भी रंगदारी मांगी गई थी। शाहपुर एरिया के इंद्रप्रस्थपुरम कालोनी, रेल बिहार निवासी डॉक्टर एसबी मौर्या एमबीबीएस, सोनोलाजिस्ट हैं। तीन साल पहले उन्होंने विष्णु मंदिर के पास गली में अपना डायग्नोस्टिक सेंटर खोला है। एक माह से लगातार बदमाश उनसे क्ख् लाख रुपए मांग रहे थे। डॉक्टर ने मामले की शिकायत एसएसपी सहित अन्य अफसरों से भी की थी, लेकिन बदमाशों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। अलग-अलग मोबाइल नंबर्स से बदमाश फोन करते रहे। ख्ख् नवंबर को मौर्या की डायग्नोस्टिक सेंटर गोली दागी गई। यह बदमाशों का दुस्साहस ही था कि उस दिन एडीजी लॉ एंड ऑर्डर शहर में, लेकिन उसके बाद भी गोली दागी गई।
मांगी मदद, मिली गोली
एक और मामले में गोलघर स्थित कलर्स लैब के मालिक पवन सिंघानिया के पास भी चंदन ने रंगदारी के लिए फोन किया था। साथ ही चंदन से फोन पर हॉट टॉक भी हुई। पवन ने रंगदारी देने के बजाए पुलिस को मदद के लिए फोन किया। रंगदारी न मिलने पर चंदन ने सरेशाम कलर्स लैब पर चढ़ कर पवन पर गोलियां चलाई और यह साबित कर दिया रंगदारों के दिल में पुलिस का कोई खौैफ नहींहै।
दोनों ही मामले में मालिकों ने पुलिस को इसकी सूचना पहले ही दे दी थी। दोनों ही मामले में पुलिस ने केवल मामला दर्ज कर लिया लेकिन कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया। जिसके बाद बदमाशों की हिम्मत इस कदर बढ़ी कि समाधान डायग्नोस्टिक सेंटर और कलर्स शोरूम पर चढ़ कर फायरिंग करते हुए उन्हें धमकी दी। एक बार फिर पुलिस ने चित परिचित अंदाज में केवल एफआईआर दर्ज कर सिर्फ खानापूर्ति की।
हर बार क्यों होती है कमजोर कार्रवाई
पिछले म् माह में सिटी के अपराध पर नजर दौड़ाएं तो बिजनेस मैन और डॉक्टरों से बड़ी संख्या में बदमाशों ने रंगदारी मांगी। रंगदारी मांगने वालों में सबसे ज्यादा नाम चंदन सिंह का प्रकाश में आया। हर बार बदमाश पहले धमकी देते हैं और फिर डराने के लिए वारदात को अंजाम देते हैं। पुलिस जब तक पूरे मामले की पड़ताल कर एक्शन के मूड में आती है तब तक शातिर बदमाश अपना काम कर जाते हैं। कहीं न कहीं पुलिस की कमजोर कार्रवाई ही बदमाशों की हिम्मत बढ़ा रही है।