- एफडीसी दवाओं पर लगा प्रतिबंध, 350 दवाओं के विनिर्माण, विक्रय व वितरण पर रोक

GORAKHPUR: मानव जीवन पर खतरे को देखते हुए फिक्स डोज कंबिनेशन (एफडीसी) वाली दवाओं पर केंद्र सरकार ने रोक लगा दी है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रिकॉशन लेते हुए इनके निर्माण, विक्रय व वितरण पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। 10 मार्च को भारत के राजपत्र में इसकी अधिसूचना जारी कर दी गयी है।

350 दवाओं पर प्रतिबंध

केंद्र सरकार ने फिक्स डोज कबिंनेशन (एफडीसी) वाली 350 दवाओं के विनिर्माण, विक्रय व वितरण पर प्रतिबंध लगा दिया है। 10 मार्च को नया कानून बनाते हुए सरकार ने तत्काल प्रभाव से इस पर रोक लगा दी है। फिक्स डोज कंबिनेशन वाली दवाओं में एक ही डोज में दो या इससे अधिक एक्टिव फार्मासियुटिकल इंग्रेडिएंट्स होते हैं। दवाओं की अलग-अलग डोज देने के बजाय एक ही डोज (पॉलीपिल) लेना होता है।

ऑनलाइन गजट जारी

विशेषज्ञों ने फिक्स डोज कबिंनेशन वाली दवाओं को मानव जीवन के लिए खतरनाक होने की संभावना रिपोर्ट में जताई है। जबकि कई दवाओं के फिक्स डोज कबिंनेशन का कोई चिकित्सकीय औचित्य न होने की टिप्पणी भी की गई है। संयुक्त सचिव कुंदन लाल शर्मा ने इस संबंध में ऑनलाइन गजट जारी करते हुए तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का आदेश दिया है।

बाजार में मच गई खलबली

दवाओं पर रोक कैसे लगाई जाए, इस संबंध में कोई दिशा-निर्देश नहीं दिया गया है। दवा कंपनियों को भी अभी एफडीसी दवाओं को वापस लेने का आदेश नहीं दिया गया है। इस आदेश के बाद करोड़ों रुपए मूल्य की बाजार में उपलब्ध दवाएं बेकार हो गई हैं। इन दवाओं की बिक्री पर रोक लगाने से पहले सरकार ने एक-एक दवा की जांच कराई थी। विशेषज्ञों की टीम ने ज्यादातर दवाओं की जांच रिपोर्ट में चिकित्सकीय औचित्य न होने की टिप्पणी की थी। आदेश की जानकारी के बाद दवा कंपनियों के अलावा विक्रेताओं में भी खलबली मची हैं।

नये कानून का पालन कराने के प्रति प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि उन्हें अभी यूपी ड्रग कंट्रोलर के दिशा निर्देश का इंतजार है।

बृजेश यादव, ड्रग इंस्पेक्टर