गोरखपुर (अनुराग पांडेय)।प्रदेश के 27 जिलों को उत्तम गे्रड से संतोष करना पड़ा है। प्रदेश में टॉप पोजिशन पर नोएडा तो आखिरी पायदान पर अलीगढ़ जिला है। वहीं, गोरखपुर जिले ने टॉप 5 में जगह बनाई है। आइए जानते हैं कि प्रदेश के 8 जिलों का कैसा रहा प्रदर्शन।
यहां से एकत्रित किया डाटा
एकीकृत जिला सूचना सिस्टम फॉर एजुकेशन (यू-डायस), राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस) और संबंधित जिलों द्वारा अवेलबल कराए गए डेटा के आधार पर पीजीआई-डी रिपोर्ट तैयार की गई है।
मैक्सिमम 600 पर ग्रेडिंग
83 संकेतक और मैक्सिमम 600 नंबर्स की वेटेज के आधार पर रैंक तैयार की गई, जिसमें 6 कैटेगरी आउटकम (एलओक्यू), इफेक्टिव क्लासरूम ट्रांसजेक्शन (ईसीटी), इंफ्रास्ट्रक्चर फैकलटीज स्टूडेंट इंटाइटेल्मेंट्स (आईएफ एंड एसई), स्कूल सेफ्टी एंड चाइल्ड प्रोटक्शन (एसएस एंड सीपी), डिजिटल लर्निंग (डीएल) और गर्वनेंस प्रॉसेस (जीपी) को शामिल किया है।
यह है ग्रेडिंग फार्मूला
दक्ष-उच्चतम: (90 परसेंट से ऊपर)
उत्कर्ष: 81 से 90 परसेंट
अति-उत्तम: 71 से 80 परसेंट
उत्तम: 61 से 70 परसेंट
प्रचेष्टा-1:51 से 60 परसेंट
प्रचेष्टा-2: 41 से 50 परसेंट
प्रचेष्टा-3: 31 से 40 परसेंट
आकांक्षी-1: 21 से 30 परसेंट
आकांक्षी-2: 11 से 20 परसेंट
आकांक्षी-3: न्यूनतम (10 से कम परसेंट)
प्रदेश के आठ जिलों की क्रमवार ग्रेडिंग
जिला ग्रेड माक्र्स/600
वाराणसी उत्तम 380
गोरखपुर उत्तम 371
प्रयागराज उत्तम 366
बरेली प्रचेस्टा-1 355
मेरठ प्रचेस्टा-1 355
लखनऊ प्रचेस्टा-1 353
कानपुर देहात प्रचेस्टा-1 347
आगरा प्रचेस्टा-1 311
प्रदेश के टॉप 5 जिले
जिला गे्रड माक्र्स /600
नोएडा उत्तम 386
मथुरा उत्तम 381
वाराणसी उत्तम 380
देवरिया उत्तम 376
गोरखपुर उत्तम 371
पूर्वांचल आगे, पीछे रह गई राजधानी
केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी ग्रेडिंग में पूर्वांचल आगे और राजधानी लखनऊ पीछे रह गई। उत्तम ग्रेड पाकर प्रदेश की लिस्ट में पूर्वांचल के जिले वाराणसी दूसरे, देवरिया चौथे और गोरखपुर पांचवें नंबर पर है। वहीं, राजधानी लखनऊ को उत्तम ना मिलकर इससे भी नीचे प्रचेस्टा-1 ग्रेड मिली है।
गोरखपुर का चार साल का गे्रड
साल 2018-19 में 331 नंबर प्रचेस्टा ग्रेड
साल 2019-20 में 355 नंबर प्रचेस्टा ग्रेड
साल 2020-21 में 380 नंबर उत्तम ग्रेड
साल 2021-22 में 371 नंबर उत्तम ग्रेड
मेहनत कर रहे हैं स्कूल
राज्य शिक्षक पुरस्कार से पुरस्कृत एमजी इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल ओपी सिंह ने कहा, कोविड के समय पूरे देश में स्कूल और पढ़ाई प्रभावित हुई है। इसका असर अभी लंबे समय तक देखने को मिलेगा। स्कूल मेहनत कर रहे हैं, आगे इसके अच्छे नतीजे आएंगे।
सेंट पॉल स्कूल गोरखपुर के डायरेक्टर गिरिश चंद्रा ने कहा, कोविड ने पढ़ाई में एक गैप पैदा कर दिया। इससे स्टूडेंट के लिखने और क्लास में बैठने की क्षमता में भी कमी आई। उस गैप को पूरा करने के लिए स्कूल मेहनत कर रहे हैं।