- 'वकारुल हिन्द' के लकब से नवाजे गए आजम खान
- देर रात से शुरू हुआ ऑल इंडिया मुशायरे का दौर
GORAKHPUR : गोरखपुर की सरजमीं पर मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी का जश्न बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया। कौमी सलामती काउन्सिल की ओर से मियां साहब इस्लामिया इंटर कालेज के मैदान पर ऑर्गनाइज हुए इस जश्न में यूनिवर्सिटी के संस्थापक व यूपी के कैबिनेट मिनिस्टर मो। आजम खान बतौर चीफ गेस्ट मौजूद रहे। इस दौरान उन्हें 'वकारुल हिन्द' के लकब (उपाधि) से नवाजा गया। इस दौरान जफर अमीन डक्कू, मौलाना मो। जुनैद आलम नदवीं, शहर काजी मुफ्ती वलीउल्लाह, मो। हकीम मो। अहमद, मौ। अब्दुल्लाह बरकाती और मौलाना मो। शादाब ने , चांदी की 'निशान-ए-एजाजी' पेश की।
किया गया सम्मान
संगम नगरी इलाहाबाद में 2013 में हुए महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए मो। आजम खान को डॉ। सीताराम पांडेय, डॉ। आचार्य राधेश्याम त्रिपाठी, पं। माधव शास्त्री, आचार्य उपेन्द्र पांडेय, आचार्य गंगाधर शास्त्री, मनीष सिंह, नर्देश्वर पति त्रिपाठी ने सम्मानित किया। विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद राज्यसभा सदस्य चौधरी मुनव्वर सलीम को निशाने एजाजी राजेश सिंह, हाजी मोहम्मद अलकमा व जफर अमीन डक्कू ने पेश की। जश्न में हाजी शकील अहमद (अध्यक्ष, अल्पसंख्यक आयोग/राज्यमंत्री), काउन्सिल के सचिव हाजी मोहम्मद अलकमा आदि खासतौर पर मौजूद रहे।
तिलावते कुरआन से शुरुआत
इससे पूर्व जश्न का आरम्भ हाफि़ज मो। सालिम ने तिलावत-ए-कुरआन शरीफ से किया। प्रशंसा पत्र (सिपासनामा) इमाम मस्जिद अबू बाजार हाफिज नसीरूद्दीन ने पढ़ा और उसे बानी-ए-जौहर यूनिवर्सिटी को पेश किया। इस दौरान प्रदर्शनी लगायी गयी, जिसमें जौहर यूनिवर्सिटी के चौदह विभागों के भवनों और अन्य जानकारी उपलब्ध करायी गयी थी। काउंसिल के सदस्यों ने जौहर यूनिवर्सिटी की 'मुमताज लाइब्रेरी' की इमारत पर रोशनी डाली।
देर रात तक चला मुशायरा
सम्मान समारोह के बाद ऑल इंडिया मुशायरा की शमा मेहमानों ने रौशन की। मुशायरे की सदारत टीनएन श्रीवास्तव वफा गोरखपुरी ने और संचालन नदीम फर्रुख ने किया। मुशायरा देर रात तक चलता रहा। इस दौरान श्रोताओं ने भी शायरों के अच्छे कलामों पर दाद देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इमरान प्रतापगढ़ी, राजेश रेड्डी, इकबाल अशहर, सुन्दर मालेगांवी, खुर्शीद हैदर, असद महताब, अख्तर हुसैन, अजीज रब्बानी आदि ने कलाम पेश कर लोगों को तालियां बजाने पर मजबूर किया। इस दौरान बड़ी तादाद में लोग मौजूद रहे।