- नाइलिट ने किया रूल्स में बदलाव, पहले घर भेजा जाता था सर्टिफिकेट

- अब ऑनलाइन मोड में निकाल सकेंगे सर्टिफिकेट, वहीं ऑनलाइन होगा वेरिफिकेशन

GORAKHPUR : सर्टिफिकेट इन कंप्यूटर कांसेप्ट यानि सीसीसी का सर्टिफिकेट अब कैंडिडेट्स के घर नहीं पहुंचेगा। सर्टिफिकेट न पहुंचने की शिकायत और कैंडिडेट्स के गलत अड्रैस दिए जाने के मद्देनजर नाइलिट ने यह फैसला लिया है। अब अगर स्टूडेंट्स को सीसीसी के सर्टिफिकेट चाहिए होंगे तो उन्हें नाइलिट की वेबसाइट पर जाकर इसे डाउनलोड करना होगा। वहीं अगर किसी को इन सर्टिफिकेट्स का वेरिफिकेशन करना है, तो वह भी ऑनलाइन मोड में रोल नंबर और बाकी डीटेल्स डालकर इसे वेरिफाई कर सकता है।

नवंबर ख्0क्ब् के बाद के सर्टिफिकेट्स पर रूल लागू

गोरखपुर सेंटर पर हर मंथ करीब 70 हजार से ज्यादा लोग सीसीसी कोर्स कर रहे हैं। नाइलिट सेंटर पर सर्टिफिकेट बनाने का सिलसिला भी लगातार जारी है। मगर काफी शिकायतों के बाद नाइलिट एडमिनिस्ट्रेशन ने नवंबर ख्0क्ब् के बाद सभी सर्टिफिकेट को डिजिटल मोड में प्रोवइड करने का फैसला किया है। नाइलिट के डिप्टी डायरेक्टर निशांत त्रिपाठी ने बताया कि सितंबर तक के सर्टिफिकेट भेजे जा चुके हैं, वहीं अक्टूबर के सर्टिफिकेट बनाए जा रहे हैं। इन सभी को बाई पोस्ट कैंडिडेट्स के अड्रैस पर भेजा जाएगा, लेकिन इसके बाद के सर्टिफिकेट्स कैंडिडेट्स और एंप्लायर दोनों के लिए ही डिजिटल मोड में ऑनलाइन अवेलबल होंगे।

हजारों सर्टिफिकेट लौटने की वजह से लिया फैसला

सरकारी नौकरी के लिए सीसीसी मस्ट किए जाने के बाद कैंडिडेट्स की बाढ़ सी आ गई। पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ते हुए आंकड़ा ढाई लाख के भी पार पहुंच गया। इसकी वजह से सर्टिफिकेट प्रोवाइड करने के लिए भी सेंटर पर काफी प्रेशर बढ़ गया। खैर, जैसे-तैसे सेंटर ने सर्टिफिकेट तैयार कराकर कैंडिडेट्स के दिए अड्रैस पर भेज दिया, मगर इनमें से बड़ी तादाद में सर्टिफिकेट्स गलत अड्रैस और वेरिफिकेशन के अभाव में वापस लौट आए। इससे एक तरफ जहां कैंडिडेट्स के घर पोस्ट के थ्रू सर्टिफिकेट भेजने में लगने वाला पैसा वेस्ट हुआ, वहीं नाइलिट सेंटर्स पर सर्टिफिकेट के लिए कैंडिडेट्स की भारी भीड़ लगने लगी। कैंडिडेट्स और सेंटर दोनों की ही प्रॉब्लम होने की वजह से डिजिटल मोड में सर्टिफिकेट प्रोवाइड करने का डिसिजन लिया गया।

कैंडिडेट्स को पोस्ट के थ्रू सर्टिफिकेट भेजे जा रहे थे, लेकिन उसके ना पहुंचने की काफी शिकायत मिल रही थी। इसको देखते हुए सर्टिफिकेट को डिजिटल मोड में प्रोवाइड करने का डिसिजन लिया गया है। वहीं नवंबर ख्0क्ब् से पहले के सर्टिफिकेट को भेजने का वर्क चल रहा है।

- निशांत त्रिपाठी, डिप्टी डायरेक्टर, नाइलिट