गोरखपुर (ब्यूरो)। सीबीएसई की तरफ से जारी एसओपी और गाइडलाइन का अनुपालन न करने वाले स्कूलों में प्रैक्टिकल एग्जाम रद्द करने का अधिकार बोर्ड के पास होगा। 10वीं क्लास के प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए बोर्ड बाहरी एग्जामनर की नियुक्ति नहीं करेगा। 10वीं के प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए बोर्ड की तरफ से उत्तर पुस्तिकाएं नहीं भेजी जाएंगी, बल्कि इसे स्कूलों द्वारा मैनेज करना होगा। जबकि 12वीं क्लास के प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए बोर्ड की तरफ से बाहर से परीक्षक नियुक्ति किया जाएगा, जो सभी स्कूलों में परीक्षा कराएंगे। बोर्ड द्वारा नियुक्त किए गए ऑब्जर्वर की निगरानी में प्रैक्टिकल एग्जाम होंगे।

1 जनवरी से 14 फरवरी तक चलेंगे प्रैक्टिकल

15 फरवरी से शुरू हो रहे बोर्ड एग्जाम

सीबीएसई स्कूलों की संख्या - 125

यूपी बोर्ड एग्जाम से पहले 9, 11 की परीक्षा

ये बता दें कि यूपी बोर्ड ने पहले ही निर्देश जारी कर दिया है। निर्देशानुसार यूपी बोर्ड एग्जाम से पहले 9 और 11 वीं के एनुअल एग्जाम करा लेने हैं। इसके लिए बोर्ड ने 13 जनवरी से 22 जनवरी का समय दिया है। इस समय अवधि के अंदर ही एग्जाम कराने होंगे। साथ ही हाई स्कूल और इंटर के प्री बोर्ड एग्जाम भी इस समय में करा लेना है।