GORAKHPUR: पिछले चार दशकों से पूर्र्वाचल के लिए नासूर बने इंसेफेलाइटिस की काट मिल गई है। अब इसका इलाज 'इंद्रधनुष' करेगा। यह एक ऐसी योजना है जिसमें सात घातक बीमारियों से निपटने के लिए सात टीके लगाए जाएंगे। फ्राइडे को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा मेडिकल कॉलेज पहुंचे।
पीएम के जन्म दिन पर होगी शुरुआत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नडडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिन पर इंद्रधनुष कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसके तहत इंसेफेलाइटिस के खात्मे के लिए सात तरीके के इंजेक्शन सभी को मार्च से जून तक लगवाए जाएंगे। योजना में देश भर के क्ख्भ् जिले शामिल है, इसमें से यूपी के भी ब्0 जिले शामिल हैं।
ंसमाधान होगा उन्मूलन की दिशा में
इस मौके पर सदर सांसद व महंत योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जेई व एईएस से होने वाली मौतों के आंकड़े किसी से छिपे नहींहै। अब वक्त आ गया है कि इस बीमारी का समूल नाश किया जाए। इसके लिए हर इंसेफेलाइटिस पीडि़त का इलाज किया जाएगा। यदि पांच वर्ष तक लगातार अभियान चलाए जाए तो जेई और एईएस से मुक्ति मिल जाएगी। एम्स की स्थापना पर वकालत करते हुए कहा कि यहा एम्स की आवश्यकता है।
चल रहा गांव गांव अभियान
डीएम रंजन कुमार ने कहा कि जेई व एसईस के खात्मे के लिए गांवों में अभियान चलाए जा रहे हैं। कुछ गांवों को चिन्हित कर वहां तालाब और पोखरों में गंबूजिया और गपी मछली डाली जा रही है। ये मछलियां मच्छर के लारवा नष्ट कर इंसेफेलाइटिस पर लगाम लगा सकती हैं। जहां-जहां हैंडपंप हैं, वहां के पानी का नमूना जांच के लिए भेजा जा रहा है।
यह अभियान और क्08 गांवों में मार्च के प्रथम सप्ताह में शुरु किया जाएगा।
हाल जाना मरीजों का
केंद्रीय मंत्री जेपी नडडा शाम पांच बजे के करीब मेडिकल कॉलेज के सौ बेड वाले इंसेफेलाइटिस वार्ड में पहुंचे। वहां उन्होंने आइसीयू में एडमिट मासूमों का हाल जाना और अन्य वार्ड में मरीजों से मिले।