- व्यापारी ने खुद को लगाई आग

- तिवारीपुर के सिधारीपुर की घटना

GORAKHPUR: सिधारीपुर मोहल्ले में रविवार की सुबह किराना व्यापारी ने खुद को आग के हवाले कर दिया। बच्चों के शोर मचाने पर लोगों को जानकारी हुई। आनन-फानन में आग बुझाकर लोगों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। फैमिली मेंबर्स ने बताया कि सूदखोरों से तंग आने पर व्यापारी ने खुदकुशी करने की कोशिश की। तिवारीपुर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

नहाने के बहाने गया बाथरूम

सिधारीपुर मोहल्ला निवासी सुधीर कुमार ने घर पर किराना की दुकान खोली है। रविवार की सुबह करीब नौ बजे वह नहाने के बहाने बाथरूम में गया। थोड़ी देर बाद बाथरूम से धुआं उठने पर बच्चे चिल्लाने लगे। पास पड़ोस के लोग जुटे तो बाथरूम में जल रहे सुधीर के बदन की आग बुझाई। उसको जिला अस्पताल में भर्ती कराया। सुधीर ने डॉक्टर्स को बताया कि सूदखोरों के दबाव था। इस वजह से उसने खुदकुशी की कोशिश की।

दबाव से परेशान था सुधीर

प्राइवेट जॉब करके सुधीर परिवार का भरण-पोषण करता है। नौकरी छूटने पर घर की माली हालत खराब हो गई। घर पर मौजूद किराना स्टोर्स से खर्च चलाना मुश्किल हो गया। दो बच्चों की पढ़ाई का बोझ उठा रहे सुधीर कई लोगों से कर्ज ले लिया। पहले उसने परिचितों से उधार मांगा। फिर धीरे-धीरे सूद कारोबारियों के चंगुल में फंसता चला गया। आरोप है कि सूद पर उधार देने वाले रोजाना तकादा करने लगे। मूल रकम चुकाने के बावजूद जबरन वसूली करते रहे। सूदखोरों के डर से उसका राह चलना मुश्किल हो गया। आए दिन सूदखोर उसको जलील करने लगे।

परिवार को नहीं पता, कितना कर्ज

तीन भाइयों में दूसरे नंबर का सुधीर अपने दो बच्चों हर्ष, यश और पत्‍‌नी सविता के साथ सिधारीपुर में रहता है। हर्ष एमजी इंटर कॉलेज में 11वीं का स्टूडेंट है, जबकि यश सूर्यकुंड कॉलोनी स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आठवीं में पढ़ता है। सुधीर के दोनों भाई राजेश और अरविंद अपने पिता हरीलाल के साथ सुमेर सागर में रहते हैं। सुधीर पर कितने रुपए का कर्ज था। इसकी जानकारी परिवार के किसी सदस्य के पास नहीं है। एक जुलाई 2015 को सूदखोरों ने सुधीर का अपहरण कर लिया था। पुलिस कंप्लेन होने पर अपहरणकर्ताओं ने उसको छोड़ दिया।

व्यापारी के खुदकुशी की कोशिश करने की सूचना मिली है। परिवार के लोगों ने जानकारी दी। उसने कितनी रकम उधार ली थी। यह बताने से लोग कतरा रहे हैं। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।

रामाज्ञा सिंह, एसओ तिवारीपुर

सुबह मैं दुकान पर बैठा था। मम्मी किचन में खाना बनाने गई। तभी पापा ने बाथरूम में खुद को आग लगा ली। हम लोगों के चिल्लाने पर लोगों को जानकारी हुई।

हर्ष, बेटा